सिलीगुड़ी. सूर्यास्त के साथ ही सिलीगुड़ी से सटा फूलबाड़ी इलाका मस्त हो जाता है. शाम ढलते ही यहां शुरू होती है नौटंकी और अश्लील गानों पर लगते हैं देसी ठूमके और बरसने लगते हैं रुपये. अश्लील गानों की कान-फोड़ू आवाज, मस्तमौलों की सीटी और वन्स मोर-वन्स मोर की शोरगुल से फूलबाड़ी इलाका देर रात तक सराबोर रहता है.
मेले में लगनेवाली नौटंकी यानी चित्रहार की आड़ में अश्लील नाच और जुए का अड्डा सिलीगुड़ी से सटे फूलबाड़ी स्थित डाबग्राम सशस्त्र पुलिस बैरक के ठीक सामने एवं एशियन हाइवे-2 के पास बीते महीने भर से चल रहा है. इतना ही नहीं जहां यह मेला सजा है वह रिहायशी इलाका है और उसी के आस-पास देशी-विदेशी शराब के कई ठेके भी हैं.
इसके अलावा शराब के अवैध अड्डे भी दर्जन भर हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस पूरे गोरखधंधे को चलाने में मेला आयोजकों को स्थानीय पुलिस प्रशासन जहां पूरा सहयोग कर रही है वहीं, नेता-मंत्रियों का बरदहस्त भी आयोजक कमेटी को प्राप्त है. इतना ही नहीं स्थानीय पुलिसकर्मी मेले की पहरेदारी कर रहे हैं और थाना की पुलिस पेट्रोलिंग वैन मिनट-मिनट में यातायात कर नजरदारी भी करती है. लोगों का कहना है कि शाम से देर रात तक चलनेवाले इस मेले में मोटे रुपये का खेल चलता है. स्थानीय निवासी निर्मल बर्मन का कहना है कि मेले को लेकर कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन मेले में चलनेवाले गोरखधंधे की वजह से कों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. रूपये की बर्बादी कर देर रात को नशे मे धूत्त होकर घर लौटते हैं और सवाल-जवाब करने पर घरों में अशांति मचाते हैं.
पारस मजुमदार का कहना है कि इस मेले की वजह से इलाके में असामाजिक क्रियाकलाप भी काफी बढ़ गया है. चोरी, छिनतायी, छेड़खानी की वारदातें बीते महीने भर में जितनी हुई है इससे पहले कभी नहीं हुइ. श्री मजुमदार का कहना है कि लापरवाह पुलिस के वजह से चोर-उच्चकों, आवारा युवकों का मनोबल भी काफी बढ़ गया है. एक महिला कमला दास का कहना है कि हम महिलाओं का सड़कों पर चलना ही दूभर हो गया है. शाम होते ही हमें घरों में दुबक जाना पड़ता है. कभी जरूरी काम से दुकानों में जाना पड़ गया तो आवारा लड़के अश्लील हरकतें करते हैं और फब्तियां कसते हैं. कमला का कहना है कि मेले की वजह से पूरे इलाके का माहौल खराब हो रहा है. इलाके महिलाओं ने एकजूट होकर इस मेले को ही पूरी तरह उठाने देने का सिद्धांत लिया है. महिलाओं के इस सिद्धांत को इलाके के लोगों ने भी सराहा है और उन्हें पूरा सहयोग करने का आश्वासन भी दिया है.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, विभिन्न जगहों में घूरने के बाद दुर्गोत्सव से पहले ही फूलबाड़ी में पुलिस बैरक के सामने मेला लगाया गया. सामने नौटंकी की तंबू और अश्लील फोटो, भीतर में अश्लील नाच के साथ-साथ जुए का अड्डा. असामाजिक क्रियाकलाप का समुचा इंतजाम एक ही जगह है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि निर्माणाधीन एशियन हाइवे-2 पर ही कैसे मेले का तंबू लगाकर यह गोरखधंधा महीने भर से जारी है. आरोप है कि पुलिस देखकर भी अंजान है.
लोगों का कहना है कि अगर जल्द पुलिस प्रशासन यहां से मेले को नहीं हटा सकती है तो हम एकजुट होकर पूरे तंबू को ही उखाड़ फेकेंगे. स्थानीय निवासी सौरभ पाल का कहना है कि इस मेले की वजह से बीते वर्ष एक युवक की हत्या हो चुकी है. इसबार इस तरह का और कोई जघन्य वारदात हो इससे पहले ही हम यहां से मेले को बंद करायेंगे. स्थानीय महिलाओं और लोगों ने अपने निर्णय से एनजेपी थाना की पुलिस को आगाह भी कर दिया है. इस बाबत पुलिस अपना मुंह खोलने से बचती नजर आ रही है. एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि शिकायत मिलने पर अवश्य की कार्रवायी की जायेगी.