इस बीच, जय वीरपाड़ा चाय बागान में इस योजना के लागू होने के बाद डुवार्स के फौलाई योजना वाले चाय बागानों की संख्या बढ़कर चार हो गई है. कालचीनी के मधु तथा मदारीहाट के बंदापानी एवं टेकलापाड़ा चाय बागान में पहले से ही यह योजना चल रही है. श्रम विभाग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जय वीरपाड़ा चाय बागान के कुल 635 चाय श्रमिकों को इस योजना से लाभ होगा. इन श्रमिकों को प्रत्येक महीने 15 सौ रुपये राज्य सरकार की ओर से मिलेंगे.
यहां उल्लेखनीय है कि यह चाय बागान पिछले नौ महीने से बंद है. इसकी वजह से यहां के श्रमिकों की स्थिति काफी खराब है. कई चाय श्रमिक काम की खोज में अन्यत्र चले गये हैं. बाहर गये श्रमिकों को भी इस योजना के संबंध में जानकारी दे दी गई है. श्रम विभाग सूत्रों ने बताया है कि दुर्गा पूजा से पहले श्रमिकों को इस योजना के पैसे दे दिये जायेंगे. इस बीच, डुवार्स चाय बागान वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष गोपाल प्रधान ने फौलाई योजना की राशि 15 सौ रुपये से बढ़ाकर तीन हजार रुपये करने की मांग की है.
हालांकि उन्होंने फौलाई देने के राज्य सरकार के निर्णय का स्वागत किया है. श्री प्रधान ने कहा कि फौलाई योजना के तहत पैसे मिलने से श्रमिकों का बहुत बड़ा कल्याण होगा. कई महीनों से बागान बंद होने के कारण श्रमिकों के सामने रोजी-रोटी के लाले पड़े हुए हैं.
उन्होंने दुर्गा पूजा से पहले ही श्रमिकों को पैसे देने की मांग की. तृणमूल कांग्रेस ने भी राज्य सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. चाय बागान तृणमूल कांग्रेस मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष मोहन शर्मा ने कहा है कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चाय श्रमिकों की समस्या दूर करना चाहती हैं. उन्हीं के पहल से बंद पड़े चाय बागानों को फौलाई योजना में शामिल किया जा रहा है. ममता बनर्जी के निर्देश पर ही श्रम विभाग ने जय वीरपाड़ा चाय बागान को इस योजना में शामिल किया है.