आगामी 18 व 19 जून को सिलीगुड़ी के उदयन स्पोर्टिंग क्लब के ग्रंथागार में इसकी प्रदर्शनी लगायी जायेगी. बच्चों के इस काम में उनके माता-पिता ने काफी सहयोग किया है.
आज एक पत्रकार सम्मेलन में उद्यांशु और देवर्षि ने बताया कि संग्रह की गयी मुद्राओं में कई देशों की विलुप्त मुद्राएं भी शामिल है. पिछले वर्ष से ही इन दोनों ने मुद्राओं की प्रदर्शनी शुरू की है. पिछली बार इनके पास 119 देशों की मुद्राएं थी जबकि इस बार कुल 165 देशों की मुद्राएं उपलब्ध हैं. प्रथम व द्वितीय विश्वयुद्ध के समय की मुद्राएं प्रदर्शनी की विशेषता है.