सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में प्लास्टिक के उपयोग के खिलाफ नगर निगम के अभियान पर सवालिया निशान लग गया है. एक ओर जहां सिलीगुड़ी शहर के विभिन्न वार्डों में धड़ल्ले से प्लास्टिक कैरी बैग का उपयोग हो रहा है, वहीं दूसरी ओर नगर निगम के द्वारा जब्त प्लास्टिक को फिर से बाजार में चोरी-चुपके […]
सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में प्लास्टिक के उपयोग के खिलाफ नगर निगम के अभियान पर सवालिया निशान लग गया है. एक ओर जहां सिलीगुड़ी शहर के विभिन्न वार्डों में धड़ल्ले से प्लास्टिक कैरी बैग का उपयोग हो रहा है, वहीं दूसरी ओर नगर निगम के द्वारा जब्त प्लास्टिक को फिर से बाजार में चोरी-चुपके बेच देने का आरोप सामने आया है. यह आरोप तृणमूल पार्षद रंजनशील शर्मा ने लगाया है.
सिलीगुड़ी नगर निगम की बोर्ड बैठक में जैसे ही उन्होंने यह आरोप लगाया, सनसनी फैल गई. श्री शर्मा ने बैठक के दौरान कहा कि प्लास्टिक कैरी बैग के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने में नगर निगम पूरी तरह से विफल रहा है. हर इलाके में प्लास्टिक कैरी बैग का उपयोग हो रहा है और निगम के अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं. इस पर अपनी सफाई देते हुए एमआइसी तथा माकपा पार्षद मुकुल सेनगुप्ता ने कहा कि नगर निगम द्वारा समय-समय पर अभियान जारी है. इस अभियान के दौरान प्लास्टिक कैरी बैग के उपयोग करने वालों के खिलाफ जुर्माना भी लगाया गया. जुर्माने के रूप में 50 हजार रुपये की वसूली हुई है. इसके अलावा कई क्विवंटल प्लास्टिक कैरी बैग जब्त किये गये हैं. इतना सुनते ही रंजनशील शर्मा ने कहा कि जब्त कैरी बैगों की बाजार में बिक्री हो रही है और उनके पास इस बात के सबूत भी हैं.
रंजनशील शर्मा के इस आरोप के बाद तृणमूल के कई अन्य पार्षदों ने भी बोर्ड बैठक में मोरचा खोल दिया. एमआइसी मुकुल सेनगुप्ता ने माना कि सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही की वजह से इस तरह की घटनाएं हो सकती हैं. वह इस मामले की जांच करायेंगे. उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का भी भरोसा दिलाया.श्री शर्मा ने बैठक में अभियान के दौरान जब्त किये गये प्लास्टिक कैरी बैग की विस्तृत जानकारी मांगी. उन्होंने कहा कि वाम मोरचा बोर्ड पहले यह बताये कि कितने क्विंटल प्लास्टिक जब्त हुए हैं और उनका क्या हुआ. नगर निगम के पास जब्त किये हुए कितने क्विंटल प्लास्टिक कैरी बैग वर्तमान में हैं. उनके इस प्रश्न पर मुकुल सेनगुप्ता ने पूरे मामले की जांच का आश्वासन दिया.
बलि का बकरा बने सुरक्षाकर्मी
नगर निगम द्वारा जब्त प्लास्टिक कैरी बैग के बाजार में बिक्री किये जाने के मामले को लेकर सुरक्षाकर्मियों पर लापरवाही बरतने का आरोप एमआइसी मुकुल सेनगुप्ता ने लगाया है. उनके इस आरोप के बाद सुरक्षाकर्मियों में भारी रोष है. इस मामले को लेकर जब कई सुरक्षाकर्मियों से बात की गई तो उन्होंने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बड़े लोगों की मिलीभगत से ही यह सब हो रहा है. जिस गाड़ी से जब्त प्लास्टिक को नगर निगम लाया जाता है, उसी गाड़ी से उसे वापस ले लाया जाता है. वह अधिकारियों की गाड़ी की चेकिंग कैसे कर सकते हैं. दरअसल पूरे मामले में सुरक्षाकर्मियों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है. इन सुरक्षाकर्मियों ने आगे कहा कि जब्त प्लास्टिक कैरी बैग को रखने के लिए यहां गोदाम नहीं है. प्लास्टिक बाहर रखे जाते हैं. नगर निगम में काम करने वाले मजदूर भी मौका पाकर झोले में भरकर प्लास्टिक ले जाते हैं. अगर वह किसी को पकड़ने की कोशिश करते हैं तो पार्टी यूनियनों की ओर से धमकी दी जाती है. सिलीगुड़ी नगर निगम में माकपा, कांग्रेस तथा तृणमूल कांग्रेस के कर्मचारी यूनियन हैं. किसी भी मजदूर को पकड़ने के बाद इन यूनियनों के नेता सुरक्षाकर्मियों को धमकाते हैं.
पुलिस नहीं कर रही है मदद
इधर, प्लास्टिक कैरी बैग के खिलाफ अभियान में पुलिस पर मदद नहीं करने का आरोप एमआइसी मुकुल सेनगुप्ता ने लगाया है. तृणमूल पार्षद तथा निगम में विरोधी दल के नेता नान्टू पाल के एक प्रश्न के जवाब में श्री सेनगुप्ता ने कहा कि इस प्रकार के अभियान में सिलीगुड़ी पुलिस नगर निगम की मदद नहीं करती है. इसके अलावा चुनाव की वजह से भी अभियान को बंद रखा गया था. उन्होंने आगे कहा कि पुलिस के साथ बातचीत कर शीघ्र ही नगर निगम की ओर से प्लास्टिक कैरी बैग के खिलाफ अभियान शुरू किया जायेगा.