दहेज. मृतका की मां ने शुरू की इंसाफ की जंग
सभी आरोपियों को तत्काल पकड़ने की मांग
छह अप्रैल को शिप्रा साहा बसाक की हुई थी मौत
पति जेल में, सास, ससुर तथा ननद अभी भी फरार
सिलीगुड़ी : दहेज हत्या की बलि चढ़ी एक बेटी के मायके वालों ने इंसाफ की गुहार लगायी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिप्रा साहा बसाक नामक एक गृहवधू की चार अप्रैल को मौत हो गई थी. आरोप है कि ससुराल वालों ने दहेज की मांग को लेकर उसकी हत्या कर दी है.
इस मामले में पति बापन बसाक, ससुर दिलीप बसाक, सास सुनिति बसाक तथा ननद प्रियंका बसाक के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करायी गई है. इनमें से पुलिस ने अब तक सिर्फ पति को ही गिरफ्तार किया है, जबकि बाकी तीन लोग अभी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर हैं. मृतका की मां प्रमिला साहा ने इन तीनों की ही गिरफ्तारी की मांग की है. सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में इस्लामपुर से आकर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रमिला साहा ने कहा कि उनकी बेटी शिप्रा साहा की शादी एक दिसंबर 2014 को इस्लामपुर थाना अंतर्गत रामगंज के शास्त्रीनगर निवासी बापन बसाक के साथ हुई थी.
सामाजिक रीति-रिवाज के साथ उन्होंने अपनी बेटी की शादी की थी. दहेज में एक लाख रुपये नगद के अलावा 10 तोला सोना, टीवी, फ्रीज आदि भी दिये गये थे. उसके बाद भी ससुराल वाले उनकी बेटी पर दहेज लाने का दबाव डालते थे. प्रमिला साहा ने आरोप लगाते हुए कहा कि छह अप्रैल 2016 को उनकी बेटी शिप्रा की हत्या कर दी गई. उस दिन दो बजे उन्होंने अपनी बेटी से फोन पर बात की थी. तब उनकी बेटी रो रही थी. तीन बजे के आसपास उनके दामाद बापन बसाक ने फोन कर बताया कि शिप्रा ने आत्महत्या कर ली है. प्रमिला साहा तथा उनके परिवार के लोग इस्लामपुर के पुरातनपल्ली में रहते हैं.
सूचना मिलते ही सभी लोग रामगंज पहुंचे. वहां बेटी के ससुराल का कोई भी नहीं था. घर में ताला बंद कर सभी लोग फरार हो गये थे. उनकी बेटी फंदे पर टंगी हुई थी. बाद में पुलिस पहुंची और शव को बरामद किया गया. प्रमिला साहा ने आगे कहा कि उसी दिन इस्लामपुर थाने में चावल व्यवसायी पट्टी बापन बसाक, ससुर दिलीप बसाक, सास सुनिति बसाक तथा ननद प्रियंका बसाक के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी गई. पुलिस ने पति बापन बसाक को पकड़ लिया है और वह अभी भी जेल में है, जबकि बाकी तीन लोग पुलिस की नजर में फरार हैं.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह तीनों लोग खुलेआम घुम रहे हैं और मुकदमा वापस लेने का दबाव डाल रहे हैं. इस बात की शिकायत कई बार पुलिस से की गई, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ है. वह इन तीनों की गिरफ्तारी को लेकर जिले के जिला अधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक को भी चिट्ठी लिख चुकी हैं. उसके बाद भी आरोपियों को पकड़ा नहीं गया है.
उन्होंने कहा कि जब तक इन तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वह शांत नहीं बैठेंगी. अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए वह जंग लड़ती रहेंगी. संवाददाता सम्मेलन में प्रमिला साहा की एक अन्य बेटी पिंकी साहा तथा बड़ा दामाद मोहन भक्त भी उपस्थित थे.