उन्होंने इसकी सूचना महिला तस्करी रोकने के लिए काम कर रहे स्वयंसेवी संगठन शक्तिवाहिनी को इसकी जानकारी दी. शक्तिवाहिनी की मदद से सभी बच्चियों को बचा लिया गया. एसएसबी ने रेणुका लिम्बू तथा आबिर अहमद सिद्दिकी नामक दो तस्करों को भी दबोच लिया. शक्तिवाहिनी के रिजनल हेड दीप बनर्जी ने बताया है कि रेणुका लिम्बू बागडोगरा के केस्टूपुर की रहने वाली है, जबकि आबिर अहमद सिद्दिकी वाराणसी में रहता है.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार रेलवे प्लेटफार्म पर यदि कोई नाबालिग बरामद होता है, तो इसकी जानकारी स्टेशन मैनेजर को देना अनिवार्य है. स्टेशन मैनेजर के कहने पर जीआरपी आगे की कार्रवाई करेगी. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चियों को बरामद करने के बाद स्टेशन मैनेजर को इसकी जानकारी दी गई. फिर भी उन्होंने जीआरपी को कार्रवाई का निर्देश नहीं दिया. दूसरी ओर जीआरपी के अधिकारी स्टेशन मैनेजर से निर्देश मिलने की बात कर रहे थे. बाद में इस मामले की जानकारी डीआरएम कटिहार को दी गई. डीआरएम के हस्तक्षेप से जीआरपी ने आगे की कार्रवाई की.