Advertisement
बोले येचुरी- कहां है पीएम के छप्पन इंच का सीना, पाक के रवैये पर दें जवाब
पठानकोट में हुए आतंकवादी हमले की घटना की जांच करने के लिए जो पाकिस्तान टीम आयी थी, उसने भारत सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. पाकिस्तान की जांच टीम ने साफ तौर पर कह दिया है कि हमले की इस घटना में पाकिस्तान का कोई कनेक्शन नहीं है. उसके बाद भी प्रधानमंत्री […]
पठानकोट में हुए आतंकवादी हमले की घटना की जांच करने के लिए जो पाकिस्तान टीम आयी थी, उसने भारत सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. पाकिस्तान की जांच टीम ने साफ तौर पर कह दिया है कि हमले की इस घटना में पाकिस्तान का कोई कनेक्शन नहीं है. उसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं.
सिलीगुड़ी : पठानकोट हमला मामले में पाकिस्तान का ही कोई व्यक्ति शामिल है, इस बात का सबूत भारत सरकार नहीं दे पायी है. जाहिर है पाकिस्तान ने एक बार फिर से भारत को धोखा दिया है.
चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के मुद्दे पर छप्पन इंच के सीने की बात करते थे. अब उनका छप्पन इंच का सीना कहां चला गया है. माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कुछ इसी अंदाज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. वह यहां माकपा कार्यालय अनिल विश्वास भवन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पठानकोट हमले की जांच के लिए पाकिस्तानी टीम को आने की अनुमति नहीं देनी चाहिए थी. अब टीम ने यहां से लौटने के बाद भारत पर ही सवालिया निशान खड़ा कर दिया है.
उन्होंने प्रधानमंत्री पर सभी मोरचे पर विफल होने का आरोप लगाया. श्री येचुरी ने कहा कि भाजपा की नियत ठीक नहीं है. यह पार्टी धर्म के आधार पर समाज को बांटना चाहती है. दरअसल भाजपा सरकार देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की साजिश कर रही है. श्रीनगर में एनआइटी ने छात्रों के बीच हुए संघर्ष की घटना के लिए भी उन्होंने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया.
उन्होंने कहा कि वहां मुख्य रूप से कश्मीरी तथा गैर कश्मीरी छात्रों के बीच भिड़ंत हुई थी. कश्मीरी छात्र विश्वकप के सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ वेस्टइंडीज का समर्थन कर रहे थे. यहां गौर करने की बात यह है कि आखिरकार देश में इस तरह की स्थिति क्यों बन गयी. भाजपा ने देश का माहौल खराब किया और देश हिंदू व मुसलिमों में बंटता दिख रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तृणमूल सुप्रीमो व राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एक ओर जहां नरेंद्र मोदी हिंदू कट्टरवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, तो दूसरी ओर ममता बनर्जी की सरकार ने मुसलिम तुष्टिकरण को बढ़ावा देने का काम किया है. जाहिर है इसी वजह से देश में सांप्रदायिक माहौल लगातार खराब हो रहा है.
उन्होंने कहा कि नागपुर नगरपालिका ने एड्स पीड़ित रोगियों को इलाज के लिए हनुमान चालीसा पढ़ने का फरमान जारी किया है. आखिर यह क्या है, वहां नगर निगम पर भाजपा का कब्जा है. अगर धर्म के प्रति इतनी ही आस्था है, तो वहां के भाजपा बोर्ड को हनुमान चालीसा के साथ ही कुरान और बाइबिल आदि धर्मग्रंथ को पढ़ने के लिए भी कहना चाहिए था.
चाय बेचने के दावे पर ली चुटकी
सीताराम येचुरी ने प्रधानमंत्री के चाय बेचने के दावे पर भी चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री असम चुनाव प्रचार में असम की चाय बेचने का दावा करते थे. अब जब वह दार्जिलिंग आये हैं, तो दार्जिलिंग चाय बेचने की बात कर रहे हैं. आखिर वह साफ-साफ तौर पर यह बतायें कि वह कहां की चाय बेचते थे. दरअसल वह चाय बेचने की बात कह सिर्फ राजनीतिक फायदा उठाना चाहते हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement