जलपाईगुड़ी : जलपाईगुड़ी जिले के दो विधानसभा सीटों पर तृणमूल के खिलाफ वाम मोरचा तथा कांग्रेस के गठबंधन में दरार पूरी तरह से स्पष्ट हो गया है. नाम वापस लेने की अंतिम तिथि के बाद भी अलीपुरद्वार सीट से आरएसपी उम्मीदवार निर्मल दास ने अपना नाम वापस नहीं लिया है.
इससे सीधे तौर पर इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस के साथ ही आरएसपी, कांग्रेस तथा भाजपा के बीच मुकाबला तय है. कांग्रेस ने इस सीट से विश्वरंजन सरकार को मैदान में उतारा है. गठबंधन के बाद भी वाम मोरचा के शरीक दल आरएसपी ने निर्मल दास को मैदान में उतार दिया. नामांकन वापस लेने की तिथि तक निर्मल दास को मनाने की काफी कोशिश की गई. वह नहीं माने. अब इस सीट पर कांग्रेस और आरएसपी के बीच दोस्ताना मुकाबला है. निर्मल दास का कहना है कि नामांकन वापस लेने का कोई सवाल ही नहीं है. वह वाम मोरचा चेयरमैन विमान बसु के प्रत्याशी हैं.
भले ही माकपा उनका विरोध कर रही है, लेकिन वह चुनाव मैदान में डटे रहेंगे और तृणमूल कांग्रेस के साथ ही कांग्रेस के साथ दोस्ताना मुकाबला करेंगे. अलीपुरद्वार सीट से तृणमूल कांग्रेस के सौरभ चक्रवर्ती चुनाव लड़ रहे हैं. राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, गठबंधन नहीं होने से यहां उनकी राह आसान हो गई है.
इस सीट के अलावा सबकी निगाहें कालचीनी विधानसभा सीट पर भी टिकी हुई थी. यहां भी वाम मोरचा तथा कांग्रेस में गठबंधन नहीं हुआ है. जिला वाम मोरचा चेयरमैन कृष्ण बनर्जी ने इस सीट से एक निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा की है. आरएसपी ने यहां भी गठबंधन की उपेक्षा कर जॉन फिलिप खालको को मैदान में उतार दिया है. दूसरी तरफ यहां से तृणमूल के अलावा गोजमुमो उम्मीदवार भी मैदान में हैं.
माकपा ने इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार विश्वजीत मिंज का समर्थन किया है. ऐसी राजनीतिक स्थिति तब है जब वाम मोरचा के चेयरमैन विमान बोस नामांकन वापस लेने की तिथि शुक्रवार को यहीं थे. उन्होंने कहा है कि अभी भी समस्या के समाधान की कोशिश की जा रही है.