सिलीगुड़ी. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के राज्य सम्मेलन में डुवार्स के चाय श्रमिकों की समस्या पर विशेष रूप से चर्चा की जायेगी. डुवार्स में इन दिनों विभिन्न चाय बागानों के श्रमिक भूख एवं बीमारी की वजह से मारे जा रहे हैं. पिछले छह महीने में करीब 65 चाय श्रमिकों की मौत हो चुकी है. चाय श्रमिकों की इस दुर्दशा तथा चाय बागानों की समस्या को लेकर एबीवीपी के सम्मेलन में चर्चा की जायेगी. इस सम्मेलन का आयोजन 30 दिसंबर से सिलीगुड़ी के उत्तर बंग मारवाड़ी भवन में हो रहा है. राज्य भर से 15 सौ से भी अधिक प्रतिनिधि इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.
सम्मेलन का उद्घाटन केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान करेंगे. जबकि विशेष अतिथि के रूप में दार्जिलिंग के सांसद तथा भाजपा नेता एसएस अहलुवालिया उपस्थित रहेंगे. यह जानकारी संगठन के सचिव किशोर वर्मन ने दी. वह सोमवार को सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि डुवार्स के चाय बागानों एवं चाय श्रमिकों की स्थिति किसी से छुपी हुई नहीं है. उनका संगठन सिर्फ शिक्षा को लेकर ही नहीं, बल्कि अन्य मुद्दों को लेकर भी सक्रिय है. सम्मेलन में चाय श्रमिकों की समस्याओं को लेकर एक विशेष प्रस्ताव पारित किया जायेगा. इस प्रस्ताव को राज्य एवं केन्द्र सरकार को भेजा जायेगा. उन्होंने राज्य में बढ़ रही आईएसआईएस की गतिविधि पर भी अपनी चिंता जाहिर की. श्री वर्मन ने कहा कि पश्चिम बंगाल में आईएसआईएस आतंकवादियों ने अपना जाल बिछा लिया है.
आईएसआईएस के साथ जुड़े होने के आरोप में अब तक कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. विभिन्न स्थानों पर बम बनाने वाली फैक्टरियों का खुलासा पुलिस कर रही है. जाहिर है राज्य में नागरिक सुरक्षा की स्थिति चरमरा गई है. इसके अलावा पश्चिम बंगाल में महिला उत्पीड़न के मामले भी काफी बढ़ गये हैं. राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. इन दोनों मुद्दों सहित और भी कई अन्य मुद्दों पर इस सम्मेलन में चर्चा की जायेगी.
नामांकन में गड़बड़ी रोकने की मांग
श्री वर्मन ने राज्य के विभिन्न कॉलेजों की नामांकन प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए इसको शीघ्र रोकने की मांग की. उन्होंने कहा कि राज्य में ऑन लाइन नामांकन की प्रक्रिया शुरू की गई है. उसके बाद भी नामांकन प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी होती है. उन्होंने केन्द्रीय कृत ऑन लाइन भरती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की. इसके साथ ही छात्र संसद के चुनाव में नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया को भी ऑन लाइन करने की मांग की. उनका कहना था कि राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के छात्र संगठन की ओर से छात्र संसद के चुनाव में विरोधियों को परचा नहीं भरने दिया जाता है. यदि ऑन लाइन नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू होगी, तो विरोधी दल के लोग भी नामांकन भर पायेंगे.
तीन दिनों तक होगा आयोजन
एबीवीपी के राज्य सम्मेलन का आयोजन यहां तीन दिनों तक होगा. इस सम्मेलन में संगठन के राष्ट्रीय संयोजक सुनील अम्बेकर, संयुक्त सचिव केएन रघुनंदन भी उपस्थित रहेंगे. सम्मेलन के पहले दिन एक विशेष प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया जायेगा. इस प्रदर्शनी का नाम बेटर बंगाल फॉर बेटर इंडिया दिया गया है. आज के संवाददाता सम्मेलन में स्वागत समिति के महासचिव सीताराम डालमिया, अरिजीत दास तथा गणेश कामती भी उपस्थित थे.