सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी से सटा फूलबाड़ी इलाका शुक्रवार की सुबह सिरीयल विस्फोट से दहल उठा. एशियन हाइवे-02 के किनारे डाबग्राम 10-12 बटालियन आर्म्ड पुलिस बैरेक के सामने बीटी ऑटोमोबाइल नामक गैरेज में खड़ी एक खाली तेल टैंकर (डब्ल्यूबी-73सी 4921) में सुबह 8.50 बजे तीन बार लगातार अचानक जोरदार विस्फोट हुआ.
विस्फोट इतना जोरदार था कि टैंकर के चिथड़े उड़ गये और मलबा दूर-दूर तक जाकर गिरा. विस्फोट में दो की मौत एवं दो के जख्मी होने की पुष्टि हुई है. मृतक में एक 14वर्षीय बाल श्रमिक शिशिर साहा भी है. वह स्थानीय पश्चिम धनतला में अपने फूफा के पास रहता था. कई वर्ष पहले ही शिशिर के मां-बाप का इंतकाल हो चुका है.
उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल ले जाने के दौरान शिशिर ने दम तोड़ दिया. वहीं दूसरे की शिनाख्त देवू वर्मन (35-40) के रूप में हुई है. वह एनजेपी से सटे दक्षिण भारतनगर का रहनेवाला एवं टैंकर का खलासी बताया जा रहा है. वहीं जख्मियों में टैंकर का चालक रतन राय भक्तिनगर थाना क्षेत्र के रायपाड़ा का रहनेवाला है. मेडिकल कॉलेज में भरती रतन की हालत काफी गंभीर बतायी जा रही है. वह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है.
जख्मी सोनू वर्मन गैरेज में ही वेल्डिंग का काम करता है. वह भी पश्चिम धनतला का रहनेवाला है. उसका इलाज भी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. विस्फोट की खबर मिलते ही सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट के एसीपी (वेस्ट) पिनाकी मजूमदार, भक्तिनगर थाना के इंस्पेक्टर राजेन छेत्री व अन्य दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे. सिलीगुड़ी अग्निशमन केंद्र से दो दमकल इंजन भी मौके पर पहुंची.
दमकल कर्मियों ने पुलिस एवं स्थानीय लोगों के सहयोग से जल्द आग को नियंत्रित कर दिया. प्राथमिक जांच में पुलिस व दमकल विभाग इसे लापरवाही का मामला बता रही है. दमकल अधिकारी का कहना है कि टेंकर में वेल्डिंग का काम हो रहा था. टेंकर के तीनों चेंबर खाली थे. चेंबर खाली होने के बावजूद अगर सही तरीके से न धोया जाये तो तेल का गैस पूरी तरह नहीं निकलता. संभवतः तेल खाली करने के बाद टैंकर के तीनों चेंबर संभवतः धोया ही नहीं गया और वेल्डिंग के दौरान तीनों चेंबर में एक-के बाद-एक विस्फोट हुआ. पूरी जांच-पड़ताल के बाद दमकल की ओर से गैरेज मालिक के खिलाफ मामला दर्ज करायगी. वहीं पुलिस ने भी गहन तफ्तीश शुरू कर दी है. बाल श्रम विरोधी कानून के तहत पुलिस गैरेज मालिक तपन सरकार व बापा पाल के विरूद्ध मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर सकती है. फिलहाल दोनों विस्फोट के बाद से ही फरार हैं.
क्या कहते हैं पुलिस कमिश्नर
कमिश्नर मनोज वर्मा का कहना है इस मामले में पुलिस इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइवोसी)के अधिकारियों से भी संपर्क कर पूरे घटनाक्रम के मद्देनजर पूछताछ करेगी. वहीं स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि विस्फोट दिलदहला देनेवाला था. हमारे कान सुन्न हो गये. इतना ही नहीं घटनास्थल से एक-दो किमी दूर तक कई घरों व दुकानों के चटकने की भी खबर है.
पीड़ित परिजनों से मिले मंत्री
घटनास्थल का जायजा लेने के बाद उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव पीड़ित परिजनों से भी मिले. उन्होंने मृतकों व जख्मियों के परिवार वालों को उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया. साथ ही इस घटनाक्रम के मद्देनजर आइओसी अधिकारियों से भी पूछताछ करने एवं बाल श्रम मामले में गैरेज मालिकों के विरूद्ध कार्रवायी करने का निर्देश दिया.