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दुर्गापूजा: जलपाईगुड़ी में टोटो पर रहेगी रोक
जलपाईगुड़ी. पूजा के चारों दिन शाम के बाद जलपाईगुड़ी शहर में टोटो (ई-रिक्शा) के आवागमन पर रोक लगायी गयी है. शाम के बाद रास्ते पर टोटो को देखते ही जिला प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की जायेगी. जलपाईगुड़ी जिला पुलिस प्रशासन के इस तरह के निर्देश की कड़ी आलोचना करते हुए टोटो चालक संगठन ने फैसले […]
जलपाईगुड़ी. पूजा के चारों दिन शाम के बाद जलपाईगुड़ी शहर में टोटो (ई-रिक्शा) के आवागमन पर रोक लगायी गयी है. शाम के बाद रास्ते पर टोटो को देखते ही जिला प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
जलपाईगुड़ी जिला पुलिस प्रशासन के इस तरह के निर्देश की कड़ी आलोचना करते हुए टोटो चालक संगठन ने फैसले को एकतरफा बताया है. उसका कहना है ट्रैफिक पुलिस की ओर से एकतरफा फैसला लिया गया है. इस फैसले के विरुद्ध संगठन की ओर से शनिवार को जिला पुलिस अधीक्षक एवं नगर पालिका के चेयरमैन को मांग पत्र सौंपा गया.
इस विषय पर ट्रैफिक पुलिस के ओसी सैकत भद्र ने बताया कि पूजा के चार दिन शाम के बाद शहर में टोटो परिचालन पर पाबंदी लगाने का निर्णय लिया गया है. इस फैसले पर पुनर्विचार का कोई प्रश्न ही नहीं है एवं किसी भी कीमत पर पूजा के चारों दिन शाम के बाद टोटो को शहर में चलने नहीं दिया जायेगा. श्री भद्र ने ई-रिक्शा ओनर एसोसिएशन के साथ बैठक कर उन्हें साफ बताया कि दुर्गापूजा के चारों दिन शाम के बाद शहर में टोटो के आवागमन पर पाबंदी लगा दी गयी है. इस निर्णय के बाद भी अगर टोटो को रास्ते पर देखा गया तो गाड़ी जब्त कर ली जायेगी.
इसके साथ ही जलपाईगुड़ी शहर के कदमतला, तीन नंबर गुमटी से होकर बस, ऑटो रिक्शा आदि का आवागमन पर रोक लगायी गयी है. ट्रैफिक पुलिस के इस निर्णय से टोटो चालकों में काफी उत्तेजना है. टोटो चालक संगठन का कहना है कि पूरे वर्ष परिश्रम करने के बाद चालक पूजा में कुछ अतिरिक्त कमाई करने की आश में रहते हैं, लेकिन पुलिस के इस तरह के निर्देश की वजह से पूजा के सीजन में अतिरिक्त कमाई करने से वंचित रह जायेंगे.
संगठन का कहना है कि पुलिस प्रशासन ने टोटो चालक संगठन से किसी भी तरह की कोई चर्चा किये बगैर ही एकतरफा निर्देश जारी किया है. प्रशासन के इस एकतरफा फैसले के विरोध में तृणमूल ने टोटो चालकों के एकाधिक संगठनों की ओर से प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है.
पश्चिम बंगाल रोड ट्रांसपोर्ट श्रमिक कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष विकास मालाकार ने बताया पूजा में रास्ते पर टोटो के चलने से कुछ समस्याएं होंगी. लेकिन टोटो चालकों की राय को ध्यान में रख कर प्रशासन द्वारा निर्णय पर पुनर्विचार किया जा ही सकता है. इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस की ओर से की गयी बैठक में टोटो चालकों को शामिल भी नहीं किया गया था.
बैठक में टोटो चालकों से चर्चा कर समस्या का समाधान किया जा सकता था. श्री मालाकार ने बताया कि पूजा के चार दिन रात के दस बजे के बाद टोटो को आवागमन की अनुमति प्रदान करने की मांग के साथ नगरपालिका के चेयरमैन को ज्ञापन सौंपा गया है.
उत्तर बंगाल मोटर कर्मी यूनियन के संयोजक शुवेंदु बोस ने बताया कि पूजा में टोटो से होने वाले जाम की समस्या को लेकर ट्रैफिक पुलिस की ओर से उक्त निर्देश जारी किया गया है, लेकिन टोटो चालकों को भी पूजा के बाजार में कुछ अतिरिक्त उपार्जन हो सके इसके लिए वैकल्पिक मार्ग पर टोटो परिचालन की अनुमति की मांग को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक व नगर पालिका से चर्चा की जायेगी. दूसरी ओर टोटो चालक यूनियन के अध्यक्ष संटू सूर ने बताया कि वैकल्पिक रूट तैयार कर देने पर समस्या का समाधान हो सकता है. ट्रैफिक पुलिस के इस फैसले का विरोध वामपंथी श्रमिक संगठनों की ओर से भी किया गया. सीटू नेता कृष्ण सेन ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस का इस तरह का एकतरफा फैसला नहीं माना जायेगा. पुलिस प्रशासन को इस निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिये.
जाम की समस्या विकराल
गौरतलब है कि प्रतिदिन शहर में करीब ढाई हजार टोटो आवागमन करते हैं. शहर में टोटो की संख्या बढ़ने से जाम की समस्या बढ़ने का आरोप शहरवासी पहले से ही करते आ रहे हैं. शहरवासियों की मांग के अनुसार टोटो पर प्रशासन द्वारा नियंत्रण कसा जाना चाहिए. आरोप रहने के बावजूद भी बहुतों ने टोटो से पूजा परिक्रमा करने का विचार कर रखा था, लेकिन ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी किये गये निर्देश ने उन शहरवासियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया.
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