यहां उल्लेखनीय है कि शनिवार को बालासन कॉलोनी स्थित माकपा कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना के बाद कल रविवार को माकपा नेता तथा सिलीगुड़ी के मेयर अशोक भट्टाचार्य के नेतृत्व में वहां विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया. आरोप है कि इस विरोध प्रदर्शन के दौरान तृणमूल समर्थकों ने हमला बोल दिया.
अशोक भट्टाचार्य के अनुसार, किसी तरह से उनकी जान बची है. इस घटना को लेकर पूरे सिलीगुड़ी में तनाव का माहौल है. इस घटना के बाद मेयर अशोक भट्टाचार्य तथा माकपा के जिला सचिव जीवेश सरकार सहित माकपा के कई कार्यकर्ताओं के विरूद्ध माटीगाड़ा थाने में मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, अशोक भट्टाचार्य तथा जीवेश सरकार के विरूद्ध कई गैर जमानती धाराएं भी लगायी गयी है और ऐसे माहौल में दोनों नेताओं पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है. हालांकि पुलिस सूत्रों ने उनकी गिरफ्तारी को लेकर कुछ भी नहीं कहा है.
पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और अभी इस संबंध में कुछ भी कहना उचित नहीं है. इतना ही नहीं, अशोक भट्टाचार्य के खिलाफ एक महिला के साथ बदतमीजी करने तथा उसे अपमानित करने का आरोप भी लगा है. बालासन कॉलोनी की रहने वाली एक महिला ने इस आशय की एक रिपोर्ट माटीगाड़ा थाने में दर्ज करायी है. इस कार्रवाई के बाद से ही मेयर अशोक भट्टाचार्य तथा उनके समर्थकों का पारा सातवें आसमान पर है. अशोक भट्टाचार्य का कहना है कि एक तो उनके ऊपर हमला हुआ. ऊपर से पुलिस ने उन्हीं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.
अशोक भट्टाचार्य का कहना है कि विभिन्न थानों के सामने घेराव कर वाम मोरचा के नेता व समर्थक विरोध प्रदर्शन करेंगे. इस बीच, राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सिलीगुड़ी में महकमा परिषद चुनाव के लिए राजनीतिक विषाद बिछ गयी है. संभवत: तीन अक्तूबर को सिलीगुड़ी महकमा परिषद का चुनाव होना है. कुछ महीने पहले अप्रत्याशित रूप से सिलीगुड़ी नगर निगम का चुनाव जीतने के बाद वाम मोरचा के शिविर में काफी उत्साह है और इस पूरे घटना को लेकर वाम मोरचा ने सिलीगुड़ी महकमा परिषद चुनाव में मैदान मारने की चुनावी रणनीति तैयार कर ली है. माकपा नेता अशोक भट्टाचार्य के बयानों से ही कुछ ऐसा ही लगता है. अशोक भट्टाचार्य का कहना है कि सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव में हार के बाद तृणमूल कांग्रेस तथा इसके नेता मंत्री गौतम देव में खलबली मची हुई है. यही कारण है कि माकपा नेताओं एवं समर्थकों पर हमले किये जा रहे हैं. दूसरी तरफ माकपा की इस रणनीति को देखते हुए तृणमूल कांग्रेस ने भी जवाबी रणनीति तैयार कर ली है. तृणमूल कांग्रेस की ओर से अशोक भट्टाचार्य पर गलतबयानी का आरोप लगाया जा रहा है और कहा जा रहा है कि वह चुनावी लाभ के लिए इस तरह का राजनीतिक स्टंट कर रहे हैं. मंत्री गौतम देव का कहना है कि अशोक भट्टाचार्य द्वारा जोर-शोर से हमले की बात की जा रही है. हमले के उनके दावे में किसी प्रकार की कोई सत्यता नहीं है. अगर यह इतना ही बड़ा हमला था, तो अशोक भट्टाचार्य और उनके किसी समर्थक को किसी प्रकार की चोटें क्यों नहीं आयी. तृणमूल कांग्रेस ने भी माकपा को जवाब देने के लिए रैली आदि निकालने की जवाबी तैयारी कर ली है.