सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी में जापानी दीमागी बुखार इंसेफलाइटिस से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. खासकर उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में हर दिन ही किसी न किसी मरीज की मौत हो रही है.
पिछले 24 घंटे में यहां और दो रोगियों की मौत हो गयी. इस वर्ष इंसेफलाइटिस से पीड़ित रोगियों की मौत की संख्या बढ़ कर 52 हो गयी है. अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 24 घंटे में जलपाईगुड़ी जिले के बागराकोट निवासी शिवकुमार बारूई (31) की बुधवार को मौत हो गयी. उसे बुधवार को ही गंभीर स्थिति में यहां भरती कराया गया था. चिकित्सा के दौरान उसकी मौत होने की खबर है.
मेडिकल सूत्रों ने बताया कि जलपाईगुड़ी जिले के ही मालबाजार के रहनेवाले मोहम्मद तैमुल (65) नामक एक अन्य मरीज की भी यहां मौत हो गयी. उसे 26 तारीख को अस्पताल में भरती कराया गया था. मेडिकल कॉलेज में अब भी इंसेफलाइटिस से पीड़ित 16 मरीजों की चिकित्सा चल रही है.
इस बीच, नयी दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल के न्यूरो सजर्न डॉ कुलजीत सिंह के नेतृत्व में केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने यहां उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्प्ताल का दौरा किया. इस टीम के सदस्यों ने अस्पताल अधीक्षक के साथ-साथ डॉक्टरों व स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ एक बैठक की. टीम के सदस्य इंसेफलाइटिस से पीड़ित रोगियों से मिले और उनके स्वस्थ्य की जांच की.
बाद में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए डॉ सिंह ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में इंसेफलाइटिस रोगियों की चिकित्सा में थोड़ी कमी हो रही है. अस्पताल प्रबंधन की ओर से रोगियों की चिकित्सा की तो जा रही है, लेकिन कहीं न कहीं कमी रह जाने की वजह से इतने अधिक तादाद में रोगियों की मौत हो रही है. उन्होंने जेइ के टीकाकरण पर विशेष जोर दिया.