उन्होंने बताया कि वर्तमान में गोरूमारा हाथी पिलखाना में 17 हाथियों में 12 हाथी वन विभाग के कर्मचारी हैं. बाकी पांच हाथियों की उम्र कम होने के कारण उन्हें अभी तक प्रशिक्षण देकर तैयार नहीं किया गया है. दूसरी ओर, मेघलाल नामक एक 60 वर्षीय हाथी के काम से रिटायर्ड होने की खबर मिली है.
दूसरी ओर हाथी कर्मचारियों की तरह चंपा का एलिफेंट सर्विस बुक तैयार किया गया है. अगले 25 सालों तक स्वस्थ रहने पर चंपा काम कर पायेगी. वहीं, मेघलाल की तरह और पांच हाथी फिलहाल गोरूमारा हाथी पिलखाना में अवसरप्राप्त कर्मचारी की तरह रह रहे हैं. सुमिता घटक ने बताया कि चंपा काफी बुद्धिमान, कामकाजी व दायित्वशील है. चंपा को खिलाने-पिलाने के लिए एक व्यक्ति को नियुक्त किया गया है. हर रोज चंपा को डेढ़ किलो दाल, चार किलो चावल, पोषण युक्त घास-पत्ते खिलाया जायेगा. आवश्यकता होने पर चंपा के लिए केले का पेड़ भी लाया जायेगा. बाद में चंपा पर्यटकों को राइडिंग पर भी ले जाने के लिए सक्षम हो जायेगी.