प्रथम चरण का काम इसी वर्ष नवंबर तक पूरा होगा और दिसंबर में सीएम इसका शुभारंभ करेंगी. इस चिड़ियाघर का विशेष आकर्षण जंगल सफारी होगा. सफारी के लिए पालतू हाथी के अलावा वन विभाग की जीप की भी व्यवस्था होगी.
सफारी द्वारा लोग बाघ, गैंडा, तेंदुआ, मगरमच्छ, घड़ियाल, जंगली हाथी, मोर, देशी-विदेशी मनमोहक पक्षियों के अलावा अन्य जंगली-जानवरों का लुफ्त उठा सकेंगे. यहां वन्य-प्राणियों के अलावा बच्चों के आकर्षण हेतु बोटिंग व झूलों आदि की भी व्यवस्था होगी. श्री देव ने कहा कि यह चिड़ियाघर केवल सिलीगुड़ी या उत्तर बंगाल के लोगों के लिए ही नहीं बल्कि सिक्किम के अलावा देशी-विदेशी सैलानियों के लिए भी खासतौर पर आकर्षण का केंद्र होगा.
सौर्या पार्क में सैलानियों के ठहरने के लिए अत्याधुनिक होटल, रेस्तरां व खरीदारी के लिए कई स्टोर वैगरह की भी व्यवस्था होगी. इसके अलावा जंगल के बस्तियों में होम स्टे की भी व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए बस्तियों को विकसित किया जा रहा है. इससे सैलानी दो-तीन दिनों तक सिलीगुड़ी में ठहर सकेंगे. सिलीगुड़ी में सफारी पार्क शुरु हो जाने से जहां पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा वहीं, यहां के लोगों के लिए आय का स्रोत भी बढ़ेगा. जंगल दौरे के दौरान मंत्री के साथ सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट के आयुक्त मनोज वर्मा व अन्य पुलिस आलाधिकारी, उत्तर बंगाल चिड़ियाघर प्राधिकरण, वन विभाग के अधिकारियों के अलावा भारी तादाद में तृणमूल कांग्रेस के नेता, कार्यकर्ता व समर्थक भी मौजूद थे.