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एनजेपी से पहाड़ पर फिर दौड़ी ट्वाय ट्रेन
पांच वर्ष के लंबे अंतराल के बाद दौड़ी ट्वाय ट्रेन एनजेपी से सुबह 8.30 बजे दार्जिलिंग से सुबह 10.15 बजे होगी रवाना सिलीगुड़ी. न्यू जलपाईगुड़ी (एनजेपी) जंक्शन से पहाड़ पर फिर से छुक-छुक गाड़ी यानी ट्वाय ट्रेन शुरू हुई है. रेलवे की विश्व धरोहर के नाम से विख्यात ट्वाय ट्रेन करीब पांच वर्ष बाद पहाड़ […]
पांच वर्ष के लंबे अंतराल के बाद दौड़ी ट्वाय ट्रेन
एनजेपी से सुबह 8.30 बजे दार्जिलिंग से सुबह 10.15 बजे होगी रवाना
सिलीगुड़ी. न्यू जलपाईगुड़ी (एनजेपी) जंक्शन से पहाड़ पर फिर से छुक-छुक गाड़ी यानी ट्वाय ट्रेन शुरू हुई है. रेलवे की विश्व धरोहर के नाम से विख्यात ट्वाय ट्रेन करीब पांच वर्ष बाद पहाड़ पर शुरू हुई है. एनजेपी से दार्जिलिंग के लिए ट्वाय ट्रेन सेवा शुक्रवार से शुरू हुई.
ट्वाय ट्रेन की देखभाल कर रही संस्था दार्जिलिंग-हिमालयन रेलवे (डीएचआर) सूत्रों के अनुसार ट्रेन एनजेपी से सुबह 8.30 बजे और दार्जिलिंग से सुबह 10.15 बजे हर रोज रवाना होगी. ट्वाय ट्रेन के एक बार फिर परिचालन की खबर से जहां पर्यटक काफी उत्साहित हैं वहीं, पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के चेहरे खिल उठे हैं. ट्रेवल्स कंपनियों की एक संस्था एथवा के प्रवक्ता सम्राट सान्याल का कहना है कि दार्जिलिंग सैर करने के शौकीन देशी-विदेशी सैलानियों का मुख्य आकर्षण ही ट्वाय ट्रेन है. इसके वापस परिचालन से जहां रेलवे की आय बढ़ेगी, वहीं, पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का भी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से लाभ होगा. पांच वर्षो तक ट्वाय ट्रेन के बंद रहने के कारण पर्यटन उद्योग को काफी नुकसान हुआ.
दाजिर्लिंग से भी ट्वाय ट्रेन शुरू
दाजिर्लिंग. पांच साल के बाद शुक्रवार से दाजिर्लिंग से एनजेपी रेलवे स्टेशन तक ट्वाय ट्रेन सेवा शुरू हुई. 10 जून 2010 को कर्सियांग महकमा अंतर्गत पगलाझोड़ा में भयानक भूस्खलन के कारण ट्वाय ट्रेन को बंद कर दिया गया था. 18 सितंबर 2011 को कर्सियांग के तीनधरिया में भूस्खलन की वजह से इसे बंद कर दिया गया था.
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