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सिलीगुड़ी : इसाई समुदाय ने जताया विरोध
सिलीगुड़ी : नदिया के राणाघाट में एक नन के साथ गैंग रेप की घटना के बाद सिलीगुड़ी के भी इसाई समुदाय में भारी रोष है. घटना के इतने दिन बीत जाने के बाद भी दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होने से समुदाय के लोगों ने चिंता जतायी है. उन्होंने दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की […]
सिलीगुड़ी : नदिया के राणाघाट में एक नन के साथ गैंग रेप की घटना के बाद सिलीगुड़ी के भी इसाई समुदाय में भारी रोष है. घटना के इतने दिन बीत जाने के बाद भी दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होने से समुदाय के लोगों ने चिंता जतायी है. उन्होंने दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है.
सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सिलीगुड़ी यूनाइटेड क्रिश्चियन फोरम के सचिव आशीष विश्वास ने कहा कि 72 वर्षीय नन के साथ गैंग रेप जैसी घटना बेहद दर्दनाक और दुखदायी है. लेकिन इससे भी बड़ा दर्द यह है कि अब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति की कमी के कारण ही दोषियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है.
सभी आरोपियों के चेहरे सीसीटीवी में कैद हैं और उनकी साफ-साफ पहचान की जा सकती है. उसके बाद भी राज्य की पुलिस व सीआइडी उन्हें नहीं पकड़ पा रही है. राज्य पुलिस शुरू से ही इस मामले में ढुलमुल रवैया अपना रही है. अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना की जांच सीबीआइ से कराने की घोषणा कर एक तरह से इस मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रही है. यह मामला सीबीआइ के हवाले करने से और देर होगी. सीबीआइ पहले केस दर्ज करेगी और उसके बाद उसके अधिकारी जांच के लिए राणाघाट आयेंगे. तब तक काफी देर हो चुकी होगी. ऐसे में दोषियों के भाग जाने की आशंका बनी हुई है. श्री विश्वास ने कहा : पूरे मामले की जांच कर दोषियों को शीघ्र पकड़ने की मांग को लेकर 23 मार्च को सिलीगुड़ी में 134 चर्च के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे.
सबसे पहले प्रधान नगर स्थित चर्च में प्रार्थना सभा का आयोजन किया जायेगा और बाद में चर्च से ही एक मौन जुलूस निकाला जायेगा. इस मौन जुलूस में चर्च द्वारा संचालित विभिन्न स्कूलों के बच्चे भी शामिल होंगे. इसके साथ ही श्री विश्वास ने पूरे राज्य के साथ-साथ उत्तर बंगाल में भी बड़े पैमाने पर आंदोलन करने का एलान किया. उन्होंने कहा कि 23 मार्च को सिलीगुड़ी की एसडीओ दीपाप प्रिया पी के माध्यम से एक ज्ञापन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सौंपा जायेगा. उसके बाद पूरे उत्तर बंगाल में आंदोलन होगा.
दो वर्ष से लेकर 70 साल की वृद्धा भी सुरक्षित नहीं
कोलकाता. संवाददाता सम्मेलन में रोमन कैथलिक चर्च की प्रतिनिधि वीणा समद ने कहा कि राज्य में दो वर्ष की बच्ची से लेकर 70 साल की वृद्धा भी सुरक्षित नहीं है. राज्य में महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं, लेकिन अपराधी पकड़े नहीं जा रहे हैं. यही वजह है कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. वे इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते रहेंगे. उन्होंने ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की. संवाददाता सम्मेलन में सिलीगुड़ी युनाइटेड क्रिश्चियन फोरम के उपाध्यक्ष इनोस सिविक भी मौजूद थे.
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