मालदा: 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग का रथबाड़ी इलाका फुटपाथ व्यवसायियों व वाहनों की पार्किंग से सबसे जाम वाला इलाका बन गया है. यहां इतनी भयंकर जाम लगती है कि लालबत्ती लगे वाहनों को भी रिक्शा व टोटो वैन के पीछे पीछे चलन पड़ता है. जबकि इसी इलाके में जिला ट्रैफिक पुलिस का कार्यालय है.
आरोप है कि पुलिस, प्रशासन व इंग्लिशबाजार नगरपालिका की उदासीनता के कारण ही यहां के फुटपाथ पर अवैध कब्जा हो गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि मालदा शहर की हालत इतनी खराब है कि सड़क पर चलने की स्थिति नहीं रह गयी है.
जहां पर फुटपाथ मिलता है वहीं पर अवैध कब्जा कर लिया जाता है. सड़क किनारे वाहनों की पार्किग के कारण समस्या ज्यादा हो रही है. शहर के फुटपाथों को खाली करने व जाम की समस्या के समाधान को लेकर प्रशासन व नगरपालिका पूरी तरह से उदासीन है. इंग्लिशबाजार शहर के रथबाड़ी मोड़, फोयाड़ा मोड़, राजमहल रोड, केजे सान्याल रोड, रवींद्र एवेन्यू, मकदमपुर रोड, अतुल मार्केट रोड, गौड़ रोड समेत कई इलाके का फुटपार्थ दखल हो गया है. चार लेन वाले 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग के रथबाड़ी इलाके के दो लेनों पर अवैध रूप से वाहनों की पार्किंग की जा रही है व यहां के फुटपाथ दखल कर लिये गये है. जाम के कारण कभी कभी दुर्घटना भी घट रही है. सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक जाम की व्यापक समस्या रहती है. ट्रैफिक पुलिस भी स्थिति संभालने में नाकामयाब हो जाती है. इंग्लिशबाजार नगरपालिका के विपक्षी दलनेता शुभद्वीप सान्याल ने बताया कि मालदा शहर के सभी सड़कों का फुटपाथ दखल हो गया है.
शहरवासियों की हित में बोर्ड मीटिंग में इस समस्या के बारे में उल्लेख किया गया था, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ. नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन व जिला कांग्रेस के महासचिव नरेंद्रनाथ तिवारी ने बताया कि वोटबैंक की खाति वर्तमान तृणमूल संचालित नगरपालिका बोर्ड समस्या के समाधान का प्रयास नहीं कर रही है. इंग्लिशबाजार नगरपालिका के चेयरमैन तथा मंत्री कृष्णोंदु चौधरी ने बताया कि विपक्षी बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. शहर के पांच जगहों को नो पर्ा्िकग जोन के तौर पर चिह्न्ति किया गया है. कई जगहों में फुटपाथों को दखलमुक्त किया गया है. नगरपालिका चुनाव के बाद इस मामले को लेकर पुन: विचार किया जायेगा. दूसरी ओर, पुलिस अधीक्षक प्रसुन बनर्जी ने बताया कि नो पार्किंग जोन पर गाड़ी रखने पर स्पॉट फाइन किया जाता है. विभिन्न इलाकों में ट्रैफिक व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा है.