मालदा: गुम होने के एक सप्ताह बाद पुलिस ने सरसो के खेत से छठी कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा का शव बरामद किया है. माना जा रहा है कि एक सप्ताह पहले बदमाशों ने छात्रा का अपहरण किया था और फिरौती की रकम नहीं मिलने के कारण उसकी हत्या करदी गई. मृत छात्रा के परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि फिरौती के रूप में 50 हजार रुपये नहीं दे पाने के कारण बदमाशों ने बच्ची के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी.
यह घटना मालदा शहर से 40 किलोमीटर दूर गाजोल थाना अंतर्गत मांझरा ग्राम पंचायत के बादनापाड़ा गांव में घटी है. घर से करीब एक किलोमीटर दूर सुनसान क्षेत्र के सरसो के खेत में छात्रा का शव पड़ा हुआ था. शव मिलने की इस घटना के बाद बादनापाड़ा ग्राम इलाके में सनसनी फैल गई. परिवार वाले तथा स्थानीय लोगों ने पुलिस पर निष्क्रिय रहने का आरोप लगाया है.
हालांकि गाजोल थाना पुलिस ऐसे आरोपों से इंकार कर रही है. पुलिस ने कहा है कि मृतक छात्रा के परिवार वालों ने अपहरण की रिपोर्ट थाने में दर्ज नहीं करायी है. पुलिस का यह भी कहना है कि इस हत्या में लिप्त बदमाशों की तलाश की जा रही है. पुलिस सूत्रों ने बताया है कि मृत छात्र का नाम शिल्पी भौमिक (11) है. वह बादनापाड़ा ग्राम में रहती थी तथा रामचन्द्र बालिका विद्यालय में छठी कक्षा में पढ़ती थी. छात्रा के पिता का नाम अरुण भौमिक है और वे किराने की दुकान चलाते हैं. मां इला भौमिक गृह वधू हैं. परिवार में तीन बच्चे हैं जिसमें शिल्पी सबसे बड़ी थी. शुक्रवार की सुबह 9 बजे जब मजदूर सरसो के खेत में काम करने गये तो वहां शव को पड़ा हुआ देखा. इस बात की सूचना पुलिस के साथ-साथ परिवार वालों को भी दी गई. मृतक का ने तब मिनी स्कर्ट और फराक पहनी हुई थी. उसके गले में गमछे का फंदा लगा हुआ था.
शव के आसपास कांच की चूड़ियां टूटी हुई थी. शव पर कई स्थान पर चोट के भी निशान पाये गये. पुलिस का अनुमान है कि कई दिनों पहले इसकी हत्या हुई होगी और बाद में शव को यहां फेंक दिया गया. छात्रा के साथ बलात्कार की घटना घटी है या नहीं, इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा. शव को पोस्टमार्टम के लिए मालदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है. इधर, मृतका की मां इला भौमिक का कहना है कि 22 जनवरी को उनकी बेटी खेलते वक्त घर से लापता हो गई थी. उन्होंने कई स्थानों पर उसकी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली.
एक दिन उन्हें उनके मोबाइल पर फोन आया और फिरौती के रूप में 50 हजार रुपये की मांग की गई. उन्होंने फोन पर अपहर्ताओं को बता दिया कि वह लोग 50 हजार रुपये देने में सक्षम नहीं हैं. उसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत मौखिक रूप से गाजल थाना के पुलिस से की. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस से गुहार लगाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. आज सुबह जब एक बच्ची का शव मिलने की खबर सुनी तो वह देखने गयी. उन्होंने अपनी बच्ची की पहचान कर ली. उन्होंने कहा कि किसने उनकी बच्ची की हत्या की है, इस बारे में वह कुछ भी नहीं कह सकती. इधर, पुलिस अधीक्षक प्रसुन्न बनर्जी ने बताया है कि बच्ची का शव बरामद किया गया है. उसके साथ बलात्कार की घटना घटी है या नहीं, इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही चल सकेगा. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.