आसनसोल : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने प्रायोगिक परीक्षा को लेकर सख्ती शुरू कर दी है. प्रायोगिक परीक्षा का वीडियो और फोटोग्राफी करवाने के नियम के बाद अब स्कूलों को एक्सटर्नल की सूची में बदलाव नहीं करने का नियम बनाया है. 12वीं की प्रायोगिक परीक्षा के लिए एक्सटर्नल की जो सूची सीबीएसई स्कूलों को भेजी जाएगी.
उसी के अनुसार परीक्षा लेनी होगी. सनद रहे कि अभी तक एक्सटर्नल की सूची में स्कूलों को फेरबदल करने की छूट दी गयी थी. लेकिन अब यह छूट नहीं मिलेगी. सीबीएसई बोर्ड के इस नियम से उन स्कूलों की परेशानी बढ़ गयी है, जो एक्सटर्नल के साथ मिलकर प्रायोगिक परीक्षा का प्रबंधन करते थे.
सूत्रों के अनुसार, पहले एक्सटर्नल चुनने का अधिकार स्कूलों को दिया जाता था. इससे स्कूल अपनी मनमानी करते थे. कई स्कूल में तो प्रायोगिक परीक्षा होती भी नहीं थी और परीक्षार्थी को अंक मिल जाते थे. वहीं कई एक्सटर्नल तो जाते भी नहीं थे. सभी स्कूलों को एक्सटर्नल के नाम के साथ शेड्यूल तैयार करनी होगी.
इस शेड्यूल को सभी स्कूलों को बोर्ड को भेजना होगा. स्कूल द्वारा भेजे गये शेड्यूल के अनुसार प्रायोगिक परीक्षा के लिए आर्ब्जबर लगाए जायेंगे. बोर्ड के अनुसार शेड्यूल में कोई फेरबदल स्कूल नहीं कर सकता हैं. शेड्यूल में स्कूलों को तिथि, समय, बैच तथा हर बैच में कितने छात्र हैं. स्कूल द्वारा बनाए गये बैच में जो छात्र की संख्या की पूरी जानकरी देनी होगी. बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षा के नियम में बदलाव से स्कूलो को थोडी परेशानी का सामना कर पड सकता है.
सीबीएसई की सहायक क्षेत्रीय संयोजक (एआरसी) पापिया मुखर्जी ने बताया कि प्रायोगिक परीक्षा में इस तरह के नियम पहले से थे. उसके साथ रिशिड्यूल की सुविधा उपलब्ध थी. रिशिड्यूल की सु विधा बंद होने से कुछ विशेष प्रभाव नहीं पडेगा. बोर्ड के निर्देशानुसार स्कूल कार्य करेगे.