मृत शिशु के परिजनों व परिचितों ने किया नर्सिंग होम को क्षतिग्रस्त, पुलिस ने दी सुरक्षा
मालदा : इलाज में कथित लापरवाही के चलते एक माह के शिशु की मृत्यु हो गयी. इस घटना के बाद मालदा शहर के एक नर्सिंग होम में मृत बच्चे के परिजनों और परिचितों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान अस्पताल के फर्नीचर और उपकरणों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है. गुरुवार की सुबह यह घटना मालदा शहर के मकदमपुर इलाके में हुई है.
बच्चे की मौत के प्रतिवाद में लोगों ने इंगलिशबाजार नगरपालिका क्षेत्र की सड़क को जाम कर दिया. जानकारी मिलने पर इंगलिशबाजार थाना पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया. पुलिस के समक्ष नर्सिंग होम प्रबंधन और मृत नवजात के परिवारवालों ने एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है.
नर्सिंग होम के सूत्र के अनुसार बुधवार की रात को सांस की तकलीफ होने पर एक माह के शिशु को बुधवार की रात आठ बजे के करीब नर्सिंग होम में भर्ती किया गया. शिशु के पिता मासिदुर रहमान पेशे से व्यवसायी हैं. बच्चे की मां का नाम शबनम खातून है. ये इंगलिशबाजार थानांतर्गत जदुपुर एक नंबर ग्राम पंचायत अंतर्गत कमलाबाड़ी इलाके के निवासी हैं. शिशु को भर्ती करने के बाद उसे इलाज के लिये नियो नेटल केयर यूनिट में रखकर इलाज शुरु किया गया.
वहीं मासिदुर रहमान ने आरोप लगाया कि पिछली रात को सांस की तकलीफ के बाद बच्चे को भर्ती कराया गया. इलाज के बाद नर्सिंग होम के पक्ष से बताया गया कि बच्चा स्वस्थ है. लेकिन बच्चे की मां को उसके पास रहने नहीं दिया गया. उसके बाद देर रात तीन बजे फोन कर बताया गया कि बच्चे की मौत हो गयी है.
लेकिन उसकी मृत्यु कैसे हुई इसका संतोषजनक उत्तर नर्सिंग होम प्रबंधन नहीं दे सका. उनका मानना है कि बच्चे की मृत्यु इलाज में लापरवाही से हुई है. घटना के बाद परिजनों ने पथावरोध के अलावा विरोध प्रदर्शन किया. लेकिन किसी तरह की तोड़फोड़ नहीं हुई है. बच्चे की मां शबनम खातून ने बताया कि जिस कमरे में उनके बच्चे को रखा गया था उसका सीसीटीवी फुटेज माता पिता को नहीं दिखाया गया. इसके बाद ही उनके परिजन रोष में आ गये.
नर्सिंग होम के पक्ष से आरोप लगाया गया है कि मरीज के परिजनों ने नर्सिंग होम के दो काउंटर तोड़ दिये हैं. एक नर्सिंग होम की बेरहमी से मारा पीटा है. अन्य कर्मचारियों को अपमानित किया है. वहीं, कर्तव्यरत डॉ. एसएन सेनशर्मा ने बताया कि इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं हुई है.
बुधवार की रात दस बजे बच्चे की मां ने उसे अपना दूध पिलाया. उसके बाद ही बच्चे को नियो नेटल केयर यूनिट में भर्ती किया गया. बाद में उसकी मृत्यु हो गयी. बच्चे की हालत ज्यादा ही खराब थी. प्राथमिक रुप से जानकारी मिली है कि श्वांस नली में दूध अटक जाने से यह घटना हो सकती है.
पुलिस ने बताया कि करीब आधे घंटे तक पथावरोध किया गया. एसपी आलोक राजोरिया ने बताया कि इलाज में लापरवाही को लेकर शहर के एक नर्सिंग होम में विरोध और तोड़फोड़ की घटना हुई है. इस संबंध में दोनों पक्षों से शिकायत दर्ज करायी गयी है. घटनाक्रम की जांच की जा रही है.