स्थायी राजनीतिक समाधान के बारे में गोरामुमो नेता ने रखी राय
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राज्य सरकार से बाहर की व्यवस्था ही स्थायी समाधान
स्थायी राजनीतिक समाधान के बारे में गोरामुमो नेता ने रखी राय 13 अगस्त को मनाया जायेगा नागरिकता दिवस समारोह गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेगा पहाड़ से राजनीतिक दलों का प्रतिनिधिमंडल दार्जिलिंग :बंगाल सरकार से बाहर की व्यवस्था को गोरामुमो स्थायी राजनीतिक समाधान मानता है. उक्त बातें शहर के एचडी लामा रोड स्थित गोरामुमो दार्जिलिंग […]
13 अगस्त को मनाया जायेगा नागरिकता दिवस समारोह
गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेगा पहाड़ से राजनीतिक दलों का प्रतिनिधिमंडल
दार्जिलिंग :बंगाल सरकार से बाहर की व्यवस्था को गोरामुमो स्थायी राजनीतिक समाधान मानता है. उक्त बातें शहर के एचडी लामा रोड स्थित गोरामुमो दार्जिलिंग ब्रांच कमेटी कार्यालय में ब्रांच कमेटी के महासचिव संदीप लिम्बू और प्रवक्ता प्रभाष्कर ब्लोन ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही. उन्होंने कहा कि आगामी 13 अगस्त को नागरिकता दिवस समारोह में ब्रांच कमेटी के अंतर्गत 13 समष्टियों के कार्यकर्ता एवं सदस्य उपस्थित रहेंगे.
1986 में गोरामुमो गोरामुमो ने अलग राज्य गोर्खालैंड की मांग को लेकर आंदोलन चलाया था. जिसमें 12 सौ लोग शहीद हुए थे. इसके बाद 22 अगस्त 1988 को दार्जिलिंग गोर्खा पर्वतीय परिषद के दस्तावेज पर त्रिपक्षीय समझौता हुआ था. 23 अगस्त को भारत सरकार ने एक अधिसूचना जारी करके गोर्खाओं को भारतीय नागरिकता देने की घोषणा की थी. गोरामुमो तभी से 23 अगस्त को नागरिकता दिवस के रूप में आयोजित करता रहा है.
श्री लिम्बू ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य के प्रावधान को वापस लेते हुये 370 और 35 ए को हटाया है. जिसका गोरामुमो स्वागत करता है. केन्द्र की भाजपा सरकार ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग दो केन्द्रशासित प्रदेश बनाया है. पिछले कई सालों से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोग काफी जुल्म और अत्यचार सहते आ रहे थे. केन्द्र की भाजपा सरकार ने न्याय और अत्याचार से मुक्त कराया है. दार्जिलिंग की जनता भी पिछले काफी सालों से अन्याय और अत्यचार सहते आ रही है. दार्जिलिंग की जनता भी केंन्द्र की भाजपा सरकार से उम्मीद लिये बैठी है.
विगत कुछ माह पहले सम्पन्न हुए लोकसभा और दार्जिलिंग विधानसभा के उपचुनाव में हमलोगों ने भाजपा को समर्थन दिया था. भाजपा ने अपने चुनावी संकल्प पत्र में दार्जिलिंग समस्या के स्थायी राजनैतिक समाधान करने की लिखित बात कही थी. उन्होंने कहा कि आगामी दो-चार दिनों के भीतर दार्जिलिंग सांसद राजू बिष्ट दार्जिलिंग आने वाले हैं. दार्जिलिंग आते ही यहां के सभी राजनीतिक दलों के साथ बैठक करके यहां के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को दिल्ली लेकर जायेंगे.
दिल्ली में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करायेंगे. उक्त भेटवार्ता में स्थायी राजनीतिक समाधान को लेकर बातचीत किया जायेगा. स्थायी राजनीतिक समाधान आखिर क्या है के जबाव में महासचिव लिम्बू ने कहा कि बंगाल से अलग व्यवस्था को हमलोग स्थायी समाधान के रूप में देखते हैं. पहाड़ के कुछ राजनीतिक दलों की ओर से दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट के अभी तक कुछ काम नहीं करने का आरोप लगाया जा रहा है.
परंतु दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट कम समय में काफी काम कर चुके हैं. काम करने के लिए और काफी समय है. उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दलों के साथियों ने सांसद राजु बिष्ट पर इस तरह का आरोप लगाने से बेहतर उनलोगों को अपने सांसद को दार्जिलिंग की पुरानी मांग को संसद में उठाने की नसीहत दी.
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