नागराकाटा : निर्धारित समय सीमा से पहले टी बोर्ड सिर्फ सफेद चाय (ह्वाइट टी) बनाने की अनुमति देगा. बीते 25 जनवरी को पब्लिक नोटिस के जरिए टी बोर्ड ने जानकारी दे दी थी. इस विशेष प्रकार के चाय बनाने के आवेदन के आधार पर बोर्ड के अधिकारियों ने बागानों का मुआयना किया.इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ बागानों में सफेद चाय बनाने के लिए नर्म कलियां काफी संख्या में मौजुद हैं.
टी बोर्ड के निर्देशानुसार बीते 15 दिसंबर से विभिन्न बागानों में पत्ती तोड़ना व उत्पादन बंद रखा गया है. 11 फरवरी से दुबारा उत्पादन का काम शुरू होगा. लेकिन कई बागानों की ओर से सफेद चाय उत्पादन के लिए बोर्ड से अपील की गयी. इसके आधार पर टो बोर्ड के निदेशक एस सुंदराजन की अगुवायी में चाय वैज्ञानिक व विशेषज्ञों की एक टीम ने बागानों में कच्ची पत्ती की गुणबत्ता की जांच की.
बोर्ड की ओर से सिर्फ सफेद चाय बनाने के लिए अनुमती दी गयी. विशेषज्ञों ने बताया कि चाय की कली से सफेद चाय बनाया जाता है. कलीयों को तोड़कर सूर्य की रोशनी में सुखाया जाता है. यह काफी संवेदनशील प्रक्रिया है. एक किलो सफेद चाय के लिए लगभग 10 हजार कलियों की जरुरत होती है. पहाड़ के कुछ ही बागानों में नियमित तौर पर इस चाय का उत्पादन होता है.
डुआर्स-तराई के कतिपय बागानों में इसके लिए प्रयास किया जा रहा है. टी बोर्ड के सिलीगुड़ी जोन के उपनिदेशक रमेश कुजूर ने कहा सफेद चाय बनाने की अनुमती नोटिस जारी कर दिया गया है. लेकिन इससे पहले बोर्ड के अधिकारी संबंधित बागानों में जाकर कली का मुआयना करेंगे.