मनरेगा के तहत रोजगार सृजन की नयी रैंकिंग जारी
रूपनारायणपुर : मनरेगा के कार्य को लेकर निर्धारित मानकों के आधार पर बर्दवान जिले के 31 प्रखंडों में 21 जून को रानीगंज प्रखंड दूसरे स्थान पर आ गया. पहले स्थान पर कांकसा और तीसरे स्थान पर खंडघोष है. 12 जून को आसनसोल महकमा के विभिन्न प्रखंडों में जिला शासक डॉ सौमित्र मोहन के दौरे के पूर्व सालानपुर प्रखंड 22वें स्थान से 17वें, जामुड़िया 25 स्थान से 22वें पर तथा बाराबनी 15 वें स्थान से 16वें स्थान पर गया है.
रानीगंज दस पायदान की छलांग लगा दूसरे स्थान पर पहुंच गया. सालानपुर के बीडीओ प्रशांत माइती ने कहा कि जिला शासक की पहल पर कोयलांचल में मनरेगा का कार्य काफी बेहतर हो गया है. जिला शासक डॉ मोहन ने इसका श्रेय टीमवर्क को दिया. राज्य सरकार ने इसके लिए पांच मानक निर्धारित किया है. इन्ही के आधार पर रैंकिंग की जा रही है. बीते 21 जून को जारी रैंकिंग सूचि में जिला के लेबर बजट का औसत 115.72 है. प्रति ग्राम पंचायत 102.82 लाख रुपये खर्च किये गये.
प्रति प्रखंड में 23.36 कार्य दिवस सृजन हुआ. 15 दिन से कम 29.91 प्रतिशत श्रमिकों को कार्य मिला. कार्य में महिलाओं की भागीदारी का औसत 39.22 प्रतिशत रहा. सालानपुर में यह आंकड़ा क्रमश: 113.27, 6.76 लाख रुपये, 25.01, 35.25 और 43.56 रहा. रानीगंज प्रखंड में आंकड़ा क्रमश: 32.86, 14.02 लाख रुपये, 34.16, 4.27 और 57.69 प्रतिशत रहा. जिला शासक के दौरे से पूर्व सालानपुर प्रखंड का यह आंकड़ा क्रमश: 49.40, 4.12 लाख रुपये प्रति पंचायत खर्च, 17.02, 61.35 और 44.36 प्रतिशत था. महिलाओं की भागीदारी में सिर्फ सालानपुर पिछले दस दिनों के आंकड़ों में पिछड़ा है.
जिला शासक डॉ मोहन ने बताया कि जिला के आठ महकमा में मनरेगा कार्य के रैंकिंग में दूसरे स्थान पर आसनसोल आ गया है. पहले स्थान पर बर्दवान दक्षिण और तीसरे स्थान पर कालना है. जिला में मनरेगा में कुल छह लाख 28 हजार 375 लोगों ने कार्य मांगा. छह लाख 28 हजार 133 लोगों को कार्य दिया गया. जिसमें तीन लाख 46 हजार 944 लोगों ने कार्य किया. 21 जून. 2014 तक कुल 81 लाख चार हजार 52 कार्यदिवस सृजन किया गया. तीन माह में 81 लाख कार्य दिवस सृजन का जिला में नया रिकार्ड है. लक्ष्य चार करोड़ कार्य दिवस सृजन का है.