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सिलीगुड़ी : जेल से ही डी कंपनी का संचालन कर रहा ‘दाउद’

मोहन झा सिलीगुड़ी : बाहर रहने से ज्यादा जेल में रहकर दाउद ने सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की नाक में दम कर रखा है. सिलीगुड़ी संशोधनागार में बंद रहने के बाद भी दाउद इब्राहिम अपनी डी कंपनी का मार्गदर्शन कर रहा है. उसके मार्गदर्शन में डी कंपनी के सदस्यों ने सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की नींद हराम […]

मोहन झा
सिलीगुड़ी : बाहर रहने से ज्यादा जेल में रहकर दाउद ने सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की नाक में दम कर रखा है. सिलीगुड़ी संशोधनागार में बंद रहने के बाद भी दाउद इब्राहिम अपनी डी कंपनी का मार्गदर्शन कर रहा है. उसके मार्गदर्शन में डी कंपनी के सदस्यों ने सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की नींद हराम कर रखी है. सिलीगुड़ी व आस-पास के साथ पहाड़ व पड़ोसी राज्य सिक्किम में गांजा, ड्रग्स, ब्राउन सुगर, नशीली दवा का धंधा बेलगाम होकर चल रहा है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के अधीन प्रधान नगर, भक्तिनगर, माटीगाड़ा, सिलीगुड़ी व न्यू जलपाईगुड़ी थाना इलाके के साथ-साथ दार्जिलिंग, कर्सियांग, कालिम्पोंग सहित पड़ोसी राज्य सिक्किम में डी कंपनी का नेटवर्क काफी मजबूत है.
सिलीगुड़ी सहित पूरे उत्तर बंगाल व पड़ोसी राज्य सिक्किम के साथ पड़ोसी बांग्लादेश, नेपाल व भूटान को ड्रग्स व नशीली दवा का सप्लायर दाउद इब्राहिम को ही माना जाता है. सिलीगुड़ी के प्रधान नगर थाना अंतर्गत चंपासारी स्थित सिलीगुड़ी गेस्ट हाउस इलाका दाउद का गढ़ है. यहीं से ड्रग्स के पूरा कारोबार नियंत्रित किया जाता है. दाउद के बढ़ते रूआब देखकर स्थानीय कुछ युवक भी उसके साथ नशे के कारोबार की राह पर चल दिए. दाउद इब्राहिम का असली नाम डेविड एक्का है.
दाउद इब्राहिम की तरह ही शक्ल-सूरत होने के साथ ड्रग्स के कारोबार में आने के बाद डेविड ने स्वयं अपना नाम बदलकर दाउद इब्राहिम रख लिया. उसके तरह ही सफेद पोशाक व सफेद गाड़ी में चलने लगा. इसी वर्ष अप्रैल महीने में प्रधान नगर और खुफिया विभाग ने संयुक्त अभियान चलाकर सिलीगुड़ी जंक्शन इलाके से दाउद इब्राहिम को गांजा के साथ गिरफ्तार किया. अदालत ने दाउद को जेल भेज दिया है. लेकिन दाउद को जेल भेजकर पुलिस की परेशानी और बढ़ चली है. डेविड एक्का उर्फ दाउद सिलीगुड़ी जेल में बंद रहने के बावजूद डी कंपनी का संचालन कर रहा है.
क्या कहते हैं पुलिस कमिश्नर
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नर भरत लाल मीना ने बताया कि प्रत्येक थाना की पुलिस नशे के इस कारोबार को समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. भारी मात्रा में ड्रग्स, गांजा व नशीली दवाइयां जब्त करने के साथ नशे के कारोबार से जुड़े कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है.
बढ़ता जा रहा है कंपनी का दायरा
डेविड एक्का उर्फ दाउद को गिरफ्तार करने के बाद प्रधान नगर थाने की पुलिस ने भारी मात्रा में ड्रग्स के साथ मोहम्मद मुन्ना को गिरफ्तार किया था. मोहम्मद मुन्ना डेविड का दाहिना हाथ माना जाता है. वही डेविड के ड्रग्स का पूरा कारोबार संभालता है. अदालत ने उसे भी जेल भेजा था. मुन्ना के जेल से निकलने के बाद दाउद की डी कंपनी फिर से अपनी रफ्तार में आ गयी. बल्कि वर्तमान भी दाउद के इस डी कंपनी की रफ्तार काफी तेज है.
दाउद के डी कंपनी में सिलीगुड़ी व आस-पास के कई लोग शामिल हो गये हैं. खुफिया विभाग के मुताबिक सिलीगुड़ी के चंपासारी, प्रधान नगर, गुरूंगबस्ती, कुलीपाड़ा, झंकार मोड़, न्यू जलपाईगुड़ी, बाड़ीभाषा, सालूगाड़ा, हैदरपाड़ा के कई लोग दाउद के साथ हो चले हैं. डेविड उर्फ दाउद की गिरफ्तारी के बाद प्रधान नगर थाना पुलिस ने 6 युवकों को ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है. गांजा व नशीली दवाओं के साथ भी कई लोगों की गिरफ्तारी हुयी है.
न्यू जलपाईगुड़ी थाना पुलिस ने भी कूचबिहार से बिहार व देश के अन्य कोनों में जाने वाली गांजा का कई बड़ा खेप जब्त किया है. जिसके कई तस्करों की गिरफ्तारी भी हुयी. नशीली दवा व ड्रग्स के साथ भी कई लोगों को न्यू जलपाईगुड़ी थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया. भक्ति नगर थाना पुलिस ने भी अभियान चलाकर अवैध कफ सीरप के साथ कई युवकों को गिरफ्तार किया है.
मोहम्मद तमन्ना भी पुलिस के लिए बना सिरदर्द
दाउद के साथ डी कंपनी का पुराना साथी मोहम्मद तमन्ना भी सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस का सरदर्द बना हुआ है. सिलीगुड़ी के झनकार मोड़, माटीगाड़ा, खालपाड़ा, शक्तिगढ़, फूलबाड़ी, नौकाघाट आदि इलाकों में ड्रग्स का सबसे बड़ा व्यापारी तमन्ना को माना जाता है. कई बार इसे पुलिस ने गिरफ्तार भी किया. लेकिन जेल से छूटते ही इसने अपने व्यापार को और अधिक फैलाया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक तमन्ना के गैंग में करीब 12 महिलाएं है, जो ड्रग्स और नशीली दवाइयों को ग्राहक तक पहुंचाते हैं. तमन्ना की पत्नी भी ड्रग्स के इस गोरख धंधे में शामिल है.
सिलीगुड़ी से सटे माटीगाड़ा स्थित पाकिस्तान बस्ती भी ड्रग्स व नशीली दवाइयों का बड़ा बाजार है. माटीगाड़ा थाना पुलिस ने इस इलाके में अभियान चलाकर कई बार ड्रग्स के साथ कुछ महिलाओं को गिरफ्तार किया था, लेकिन फिर भी नशे का कारोबार धड़ल्ले से जारी है.
पड़ोसी देशों तक फैला डी कंपनी का धंधा
खुफिया विभाग सूत्रों के अनुसार सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग व सिक्किम के साथ सीमा लांघ कर नेपाल,भूटान व बांग्लादेश के साथ भी डी कंपनी अपना धंधा चला रही है.
नेपाल व भूटान से लाये जाने वाले ड्रग्स को सिलीगुड़ी कोरीडोर के रास्ते उत्तर बंगाल के विभिन्न इलाका सहित बांग्लादेश में भी तस्करी की जाती है. सिलीगुड़ी जंक्शन स्थित तेन्जिग नोर्गे बस स्टेंड, दार्जिलिंग मोड़, न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन, चेक पोस्ट, सालूगाड़ा आदि इलाका डी कंपनी का केंद्र है. यहां से नशे का पैकेट मांग के अनुसार गंतब्य तक पहुंचाया जाता है.
भक्ति नगर थाना अंतर्गत शरतचंद्र पल्ली इलाके में भी अभियान चलाकर पुलिस ने भारी मात्रा में कफ सीरप जब्त करने के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया था. पुलिस का दावा है कि लगातार अभियान की वजह से फिलहाल मु्र्शिदाबाद व दालखोला से अवैध कफ सीरप की सप्लाई सिलीगुड़ी में कुछ कम जरूर हुआ है.

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