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सिलीगुड़ी : फूलबाड़ी के लोग ट्रक चालकों के उत्पात से परेशान

इलाके में शराब, जुआ आदि से माहौल हो रहा दूषित ओवरलोड ट्रकों से पत्थर गिरने से होते रहते हैं हादसे मोहन झा सिलीगुड़ी : भूटान व नेपाल से आनेवाले बोल्डर लदे ट्रकों के चालकों के उत्पात से फूलबाड़ी के लोग परेशान होने लगे हैं. यहां तक कि इलाकाई महिलाओं का स्नान करने से लेकर सरकारी […]

इलाके में शराब, जुआ आदि से माहौल हो रहा दूषित
ओवरलोड ट्रकों से पत्थर गिरने से होते रहते हैं हादसे
मोहन झा
सिलीगुड़ी : भूटान व नेपाल से आनेवाले बोल्डर लदे ट्रकों के चालकों के उत्पात से फूलबाड़ी के लोग परेशान होने लगे हैं. यहां तक कि इलाकाई महिलाओं का स्नान करने से लेकर सरकारी नल से पेयजल भरना तक दुश्वार हो गया है.
शाम के समय जुआ, शराब व शबाब का ऐसा माहौल तैयार होता है कि लोग गुजरने से भी कतराते हैं. समस्या को लेकर सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नर, राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव, सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती व परिवहन विभाग से शिकायत भी की गयी है, लेकिन अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी है. हालांकि सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने परिवहन विभाग से समस्या को लेकर विचार-विमर्श किया है.
उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी से सटे भारत-बांग्लादेश सीमांत फूलबाड़ी इमिग्रेशन सेंटर से दोनों देश के बीच व्यापार होता है. इस सीमांत से अधिकांशत: बोल्डर ही बांग्लादेश को निर्यात किया जाता है. बोल्डर से लदे करीब 700 ट्रक रोजाना बांग्लादेश को जाते हैं. सिलीगुड़ी व आसपास, जलपाईगुड़ी के अलावे पड़ोसी देश नेपाल व भूटान से भी बोल्डरों से लदे काफी ट्रक फूलबाड़ी सीमांत पहुंचते हैं. आरोप है कि भूटान व नेपाल से आनेवाले सभी ट्रकों में बोल्डर ओवरलोड रहता है. तेजी से चलते ट्रकों से बोल्डर व पत्थर पीछे से गिरते रहता है.
इसकी वजह से आये दिन दुर्घटनाएं होती हैं, साथ ही हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. नेपाल व भूटान से आनेवाले ओवरलोड ट्रकों को नजरअंदाज करने की वजह से प्रशासन व परिवहन विभाग पर भी सवाल खड़ा हो रहा है. इसके साथ ही ओवरलोड ट्रकों को इमिग्रेशन सेंटर से पार करानेवाली सीमांत रक्षक बीएसएफ व ट्रकों का वजन करनेवाले धर्मकांटा पर भी सवाल खड़ा हो गया है.
दूसरी तरफ बोल्डरों से लदे सैकड़ों ट्रक सीमांत से सटे फूलबाड़ी कैनाल रोड व एशियन हाइवे-2 सड़क किनारे लंबी कतार में खड़े रहते हैं. इससे आने-जाने वाली वाहन चालकों को काफी परेशानी होती है.
फूलबाड़ी इलाके के कुछ दबंगों ने मिलकर सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर अवैध तरीके से ट्रक पार्किंग बना रखी है. यहां भी रोजाना 700 से अधिक ट्रक खड़े रहते हैं. प्रत्येक ट्रक से 24 घंटे के लिए 300 रुपया तक वसूला जाता है. जितने ट्रक रोजाना बांग्लादेश को जाते हैं, करीब उसके दोगुने ट्रक सीमांत से लेकर फूलबाड़ी से आमबाड़ी जानेवाली कैनाल रोड व एशियन हाइवे-2 के किनारे खड़े रहते हैं.
सीमा पार करने के लिए ट्रकों को करीब कम से कम दो से तीन दिन इंतजार करना पड़ता है. फूलबाड़ी इलाके में ट्रक चालकों का जमावड़ा हमेशा लगा रहता है. समय काटने के लिए जुआ, शराब व शबाब को अड्डा भी लगता है. ट्रक चालकों की इस गतिविधि से इलाकाई लोगों को काफी परेशानी होती है.
सीमांत इलाके के अधिकांश लोगों का घर कच्ची मिट्टी, बेड़ा व टीन का है. स्नानागार की व्यवस्था काफी कम घरों में हैं. जुआ व शराब का अड्डा जमने से इलाके की महिलाओं व युवतियों को रास्ते पर चलना मुश्किल हो गया है.
यहां तक सरकारी नल से पेयजल भरना भी इनके लिए दुष्वार हो गया है. नशे में चूड़ ये ट्रक चालक महिलाएं न युवतियों पर अश्लील टिप्पणियां करते हैं. इलाकाई लोगों ने इसकी शिकायत स्थानीय तृणमूल नेता सह जिला परिषद सदस्य देवाशीष प्रमाणिक ने पुलिस कमिश्नर, राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव, एसजेडीए चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती व जलपाईगुड़ी जिला परिवहन विभाग से शिकायत की है.
इस संबंध में सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के डिप्टी पुलिस कमिश्नर (ट्राफिक) नागेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि ओवर लोडिंग का मामला परिवहन विभाग के अंतर्गत आता है. सड़क किनारे ट्रकों की लंबी कतार से आने-जाने वाले वाहनों को समस्या की बात को स्वीकारते हुए उन्होंने कहा कि बांग्लादेश को निर्यात होने वाली बोल्डरों से लदे इन ट्रकों को खड़ी करने के लिए स्थान मुहैया कराना भी एक चुनौती है. इसके लिए परिवहन विभाग से विचार-विमर्श किया गया है.
इसके अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय व्यापार का मामला होने की वजह से बोल्डरों से लदे इन ट्रकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करना भी मुश्किल है. फिर भी गलती पाये जाने पर पुलिस की ओर से कार्रवाई की जाती है. इस विषय पर बोल्डर निर्यात से जुड़े व्यवसायी व ट्रक मालिक व चालक संगठनों को विचार करने की आवश्यकता है.

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