रोजनाकी इस घटना से सभी परिवार वाले चिंता में थे. आखिर अंडा जाता कहां है. आखिरकार अंडा को चोरों से बचाने के लिए उसने चौकीदारी करनी शुरू की. तब जाकर सात दिन बाद अंडा चोरी का रहस्य उजागर हो सका.
बताया जाता है कि गुरुवार की सुबह पिंजरे के अंदर अंडे के ऊपर एक कोबरा सांप को देखा गया. नूरजहां बेगम ने बताया कि मेरी दो मुर्गी कुछ दिनों से एक साथ अंडा दे रही थी. पांच दिनों तक अंडा देने के बाद दो अंडों को पिंजरा में रखकर बाकी उठाकर घर में रखा करती थी.
कुछ दिनों से पिंजरे में अंडा हो रहा था. सुबह जब मैंने पिंजरे के सामने अंडे को देखने गयी, तो वहां पर एक बड़ा कोबरा अंडे को गोलकार रूप में लपेटकर रखा था. यह देखकर मैं जोर से चिल्लायी. मेरी यह चीत्कार सुनकर आसपास के सभी लोग इकट्ठा हो गये. लोगों को देखकर सांप धीरे-धीरे अपना भोजन समाप्त कर चला गया.