जलपाईगुड़ी. बेटी की पढ़ाई को लेकर हुए कलह के बाद बेटी व पत्नी की शिकायत पर एक रात पुलिस हाजत में बितानेवाले एक व्यक्ति ने फांसी लगा ली. मृत व्यक्ति की पहचान मोतीलाल राय के नाम से की गयी है. राजगंज प्रखंड क्षेत्र के निवासी मोतीलाल राय ने सोमवार की शाम को घर के अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. राजगंज थाना पुलिस ने शव का पंचनामा करने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल भेजकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.उल्लेखनीय है कि 15 साल पहले मोतीलाल राय के साथ ठुटापाकड़ी निवासी शेफाली की शादी हुई थी. उनकी एक 14 साल की बेटी नमिता है.
शेफाली राय के भाई तापस साहा ने बताया कि शादी के बाद से ही मोतीलाल पत्नी पर अत्याचार करता था. बीच-बीच में मारपीट भी होती थी. परिवार में आर्थिक अभाव के अलावा छोटी-छोटी बातों को लेकर पति-पत्नी में विवाद लगा रहता था. मोतीलाल नियमित रूप से काम-धंधा नहीं करते थे, जिससे परिवार में आर्थिक अभाव लगा रहता था. यहां तक कि वे पत्नी को भी बाहर काम करने की अनुमति नहीं देते थे. इस कलह से उनकी आठवीं कक्षा में पढ़नेवाली बेटी नमिता आजिज थी.
जानकारी के अनुसार, बीते शनिवार को मां-बेटी टीवी देख रही थीं. उसी दौरान मोतीलाल राय बाहर से आये और उन्होंने इस बात पर आपत्ति की कि परीक्षा के दौरान नमिता क्यों टीवी देख रही है. इसको लेकर विवाद के बाद मोतीलाल ने पत्नी को मारा-पीटा. उसी दौरान उन्होंने टीवी सेट को भी तोड़ डाला. उसके बाद शेफाली और उनकी बेटी ने राजगंज थाने जाकर अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. उसके बाद पुलिस ने मोतीलाल को थाने लेजाकर उन्हें हाजत में बंद कर दिया.
इस तरह से उन्हें रातभर हाजत में गुजारना पड़ा. हालांकि अगली सुबह शेफाली रविवार को अपने ससुरालवालों के साथ जाकर मामला वापस लेकर उन्हें छुड़ा लाई. वापस घर आने पर मोतीलाल को बेटी ने पिता को खरी-खोटी सुनाई. सोमवार को नमिता परीक्षा देने गयी. उसके साथ शेफाली भी गई. शाम को जब मां-बेटी वापस घर आये तो देखा कि मोतीलाल राय अपने कमरे में झूल रहे हैं. वहीं, मोतीलाल राय के बड़े भाई शांतिलाल राय ने बताया कि बेटी की खरी-खोटी बातें और रात भर हाजत में गुजारने के बाद मोतीलाल खुद को अपमानित महसूस कर रहे थे. उसके चलते ही उन्होंने फांसी लगायी. मंगलवार को शव अंत्यपरीक्षण के लिये सदर अस्पताल भेजा गया.