यह कहना है डायबिटीज विशेषज्ञ डॉ अरुंधती दासगुप्ता का. वह बुधवार को रुद्राक्ष के बैनरतले सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान मीडिया को संबोधित कर रही थी. उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक सर्वे रिपोर्ट पर दावे के साथ कहा कि दुनिया भर के सबसे अधिक डायबिटीज मरीजों की संख्या चीन के बाद भारत में है. जो काफी चिंता का विषय है. डॉ दासगुप्ता का कहना है कि डायबिटीज ही नहीं बल्कि अपने स्वास्थ्य को लेकर भारत की महिलाएं काफी लापरवाह होती हैं. यहीं वजह है कि रुद्राक्ष ने सिलीगुड़ी की छात्राओं व युवतियों को दो नवंबर से 14 नवंबर तक डायबिटीज को लेकर जागरुक करने का कार्यक्रम बनाया है.
इसके तहत मोदी पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं के अलावा, सिलीगुड़ी गर्ल्स हाइ स्कूल, ज्योत्सनामयी गर्ल्स हाइ स्कूल, रवींद्रनगर गर्ल्स हाइ स्कूल, सारदामणी गर्ल्स हाइ स्कूल व देशबंधु विद्यापीठ के अलावा बीएसएनएल व एसबीआइ के विभिन्न शाखाओं में भी डायबिटीज जागरुकता शिविर व कार्यशाला अलग-अलग दिन आयोजित की जायेगी. उन्होंने बताया कि 12 नवंबर को स्थानीय मल्लागुड़ी के मल्होत्रा टावर स्थित रुद्राक्ष के चैंबर में डायबिटीज जागरुकता को लेकर चित्रांकण प्रतियोगिता, 13 नवंबर को महिलाओं को लेकर संपूर्ण नामक कार्यशाला आयोजित की जायेगी. वहीं, पखवाड़ा के अंतिम दिन यानी वर्ल्ड डायबिटीज डे के मौके पर 14 नवंबर को सुबह आठ बजे से रुद्राक्ष के सामने से ‘वॉकथोन’ का रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा. इसके तहत शहरवासियों में डायबिटीज के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए लोग शहर का पैदल मार्च करेंगे. यह वॉकथोन मल्गागुड़ी से शुरु होगी जो हिलकार्ट रोड, महानंदा सेतु, एयरव्यू मोड़, सेवक मोड़ होते हुए वापस मल्लागुड़ी स्थित रुद्राक्ष के सामने पहुंचकर समाप्त होगी.