19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

चिंता: सिलीगुड़ी में डेंगू ने बरपाया कहर, अब तक सात लोगों की मौत, मरीजों की संख्या 900 के पार

सिलीगुड़ी. राज्य के विभिन्न इलाकों के साथ डेंगू ने सिलीगुड़ी में भी महामारी का रूप धारण कर लिया है. सिलीगुड़ी में डेंगू पीड़ितों की संख्या 900 के पार पहुंच चुकी है. सिलीगुड़ी सहित आस-पास के सरकारी व निजी अस्पतालों में बेड खाली नहीं है. चिकित्सा व्यवस्था में बरती जा रही लापरवाही को भी डेंगू की […]

सिलीगुड़ी. राज्य के विभिन्न इलाकों के साथ डेंगू ने सिलीगुड़ी में भी महामारी का रूप धारण कर लिया है. सिलीगुड़ी में डेंगू पीड़ितों की संख्या 900 के पार पहुंच चुकी है. सिलीगुड़ी सहित आस-पास के सरकारी व निजी अस्पतालों में बेड खाली नहीं है. चिकित्सा व्यवस्था में बरती जा रही लापरवाही को भी डेंगू की इस भयावह स्थिति के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है. सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने शहर की चिकित्सा व्यवस्था का जाएजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय ट्रॉपिकल मेडिसीन टीम द्वारा जांच की मांग राज्य सरकार से की है. इस संबंध में उन्होंने राज्य स्वास्थ विभाग को एक पत्र भी लिखा है.

बीते अगस्त महीने में हुयी भारी बारिश के बाद डेंगू की बीमारी ने अचानक काफी लंबी छलांग लगा दी है. सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में डेंगू पीड़ितों की संख्या 800 के पार पहुंच चुकी है. जबकि सिलीगुड़ी महकमा परिषद इलाके में एक सौ के करीब डेंगू के मरीज पाये गये हैं. इस तरह से डेंगू मरीजों की संख्या 900 के पार हो चुकी है.
चिकित्सा व्यवस्था को लेकर उठ रहे सवाल
डेंगू की स्थिति भयावह होने के साथ ही शहर के सरकारी व निजी अस्पताल व नर्सिंगहोम की चिकित्सा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं. अभी हाल में ही सिलीगुड़ी के हाकिमपाड़ा निवासी एक युवक बापन दे की मौत हो गयी. वह पिछले काफी दिनों से बुखार से पीड़ित था. उसे निकट के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनके रक्त में एनएस-1 पोजेटिव पाया गया. उनके रक्त में प्लेटलेट्स काफी नीचे आ गयी थी. एक-एक कर कुल 21 यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ा दिये गये.

लेकिन अंत में उसकी मौत हो गयी. मंगलवार सुबह राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने इस परिवार से मुलाकात कर ढांढ़स बंधाया. दूसरी तरफ दुर्गा पूजा के पंचमी के दिन हाकिमपाड़ा निवासी मानिक नंदी को डेंगू के संदेह में सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. पिछले दो दिन से वह बुखार से पीड़ित था. डेंगू के लक्षण पाये गये थे. कई बार उल्टियां भी हुयी थी, सर और पूरे शरीर में व्यथा भी थी. भर्ती होते ही अस्पताल प्रबंधन ने ग्लूकोज चढ़ाना शुरू किया. जांच के लिए खून के सैंपल भी लिए. लेकिन रक्त में प्लेटलेट की गणना कर अगले ही दिन डिस्चार्ज कर दिया. फिर भी उसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. बाद में उसे कालेजपाड़ा स्थित एक निजी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया. जहां जांच में उसके खून में भी एनएस-1 पोजेटिव पाया गया. वर्तमान में उसका इलाज जारी है. चिकित्सा में बरती जा रही लापरवाही के ऐसे असंख्य उदाहरण हैं.

अत्यधिक प्लेटलेट्स चढ़ाने से नुकसान
इस संबंध में एक विशेषज्ञ डाक्टर का कहना है कि अत्यधिक प्लेटलेट चढ़ाने की वजह से खून इतना गाढ़ा हो जायेगा कि धमनी और नसों में उसका संचालन उचित ढंग से नहीं पायेगा. ऐसे में ब्रेन हैमरेज, स्ट्रोक होने की संभावना प्रबल हो जाती है. इसके अलावा जब शहर में डेंगू की ऐसी स्थिति है तो ऐसे में पहले मरीज का एनएस-1 जांच किया जाना चाहिए.
क्या कहते हैं मंत्री गौतम देव
मृत बापन दे के परिवार से मुलाकात के बाद राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने कहा कि डेंगू का प्रकोप शुरू होने के बाद से ही चिकित्सा सेवा दुरूस्त है. अस्पतालों में पर्याप्त चिकित्सक और उपकरण उपलब्ध कराये गये हैं. जिला अस्पताल में बेड की कमी के संबंध में कहा कि पिछले 34 साल में वाम मोर्चा सरकार ने स्वास्थ्य सेवा को उपेक्षित रखा था. वर्तमान सरकार ने उसमें काफी सुधार किया है और इसमें और भी सुधार की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में बेडों की तुलना में अचानक मरीजों की संख्या बढ़ जाने से परेशानी जरूर बढ़ी है. लेकिन इस परेशानी को दूर करने के लिए जल्द उपाय किये जायेंगे.
राज्य सरकार पर बरसे मेयर
सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने कहा कि सरकारी अस्पतालो में बरती जा रही लापरवाही के सैंकड़ो शिकायतें मिली है. शहर में प्लेटलेट्स का अभाव है. सरकारी अस्पतालों में प्लेटलेट्स नहीं है. दूसरी ओर राज्य सरकार स्वास्थ परिसेवा की डींगे हांक रही है. शहर की चिकित्सा व्यवस्था की जांच करने के लिए एक उच्च स्तरीय ट्रॉपिकल मेडिसीन टीम का सिलीगुड़ी आना आवश्यक है. इस मांग से संबंधित एक पत्र भी उन्होंने स्वास्थ विभाग को लिखा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें