निचले इलाकों और नदी से सटे इलाकों में रहनेवाले अब अपने पूरे परिवार और बोरिया-बिस्तर के साथ सुरक्षित स्थानों की ओर आश्रय लेने की जुगत करने लगे हैं. सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र का एक, तीन, चार, पांच, 46, 42 व अन्य कई वार्डों इलाकों के निचले इलाके और नदी से सटे इलाकों कुलीपाड़ा, गुरुंगबस्ती, संतोषी नगर, शीतलापाड़ा, नौकाघाट, शक्तिगढ़, अशोक नगर, चम्पासारी, देवीडांगा, मिलन मोड़, आसीघर, एनजेपी, फूलबाड़ी आदि का कई निचला इलाका जलमग्न हो रखा है.
साथ ही बीती रात को सेवक रोड के एलआइसी बिल्डिंग के सामने, हाथीमोड़ के पास बाघाजतिन रोड, चंपासारी व अन्य इलाकों में कई पेड़ सड़कों पर ही गिरे और बिजली के तार टूटे. इस वजह से इन इलाकों में रात से ही बिजली गुल है. हालांकि पेड़ हटाने और बिजली सामान्य करने के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम व बिजली विभाग युद्धस्तर पर काम कर रहा है. वहीं, सिलीगुड़ी से सटे डाबग्राम-01 में साहू नदी भी उफान पर है. साहू नदी का जलस्तर बढ़ने से पूर्व फकदयीबाड़ी जलमग्न हो गया है. ग्रामीण रात से ही सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लिये हुए है. यही स्थिति बिन्नागुड़ी अंचल के बल्लमपाड़ा की भी है. इस गांव के छह परिवार रात से बेघर हैं. सभी घरों से पानी निकलने का इंतजार कर रहे हैं. बीती रात बिजली का खंभा गिर जाने से यह गांव रात से ही अंधेरे में है.
बीती देर रात को सिलीगुड़ी और आस-पास के इलाकों में आयी आंधी व भारी बारिश ने कई बसेरा उजाड़ दिया तो कई जगहों पर पेड़ गिरा दिये और बिजली की तारें भी टूटी. इस वजह से प्रभावित इलाकों में दिन भर बत्ती भी गुल रही. आंधी के वजह से सिलीगुड़ी महकमा क्षेत्र के कई गांवों में छप्पड़ के घर उजड़ने की खबर है. हालांकि खबर लिखें जाने तक कहीं से भी इस प्राकतिक आपदा से किसी के हताहत होने और भारी जानमाल के नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.