पुंछ हमले पर पूछा सवाल कोलकाता. जम्मू-कश्मीर के पुंछ में नियंत्रण रेखा के पार से हुई गोलीबारी में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति गुरुवार को दुख जताते हुए सांसद व तृणमूल कांग्रेस की नेता सागरिका घोष ने सवाल उठाया कि सीमावर्ती गांवों को समय रहते खाली क्यों नहीं कराया गया. घोष ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा : पुंछ में दुखद और भयावह त्रासदी की घटना हुई. पाकिस्तानी तोपखाने द्वारा पुंछ और सीमावर्ती क्षेत्रों में निर्दोष नागरिकों की हत्या की कड़ी निंदा की जानी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार से मेरा सवाल है कि जब हमने पूरे भारत में ‘मॉक ड्रिल’ की थी, जिसका मिला-जुला असर देखने को मिला, तो हमने यह क्यों नहीं सुनिश्चित किया कि सभी सीमावर्ती गांवों को समय रहते खाली करा लिया जाये? हर जिंदगी मायने रखती है. सीमा पर रहने वाले नागरिक पूरे ध्यान और सहानुभूति के हकदार हैं. सिर्फ इसलिए कि टीवी कैमरे वहां तक नहीं पहुंच पाते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि उनकी दुर्दशा को उजागर नहीं किया जाना चाहिए. पुंछ में शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी प्रार्थनाएं हैं. अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के कई सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारी गोलाबारी की जिसका भारतीय सेना ने भी मुंह-तोड़ जवाब दिया. भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद सख्त जवाबी कार्रवाई करते हुए मंगलवार देर रात पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किये, जिनमें आतंकवादी समूहों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ भी शामिल हैं. इस हमले के बाद से ही पाकिस्तानी सैनिक एलओसी पर गोलीबारी कर रहे हैं. विदेश मंत्रालय (एमइए) ने गुरुवार को बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास पाकिस्तान के संघर्ष विराम उल्लंघन में पुंछ सेक्टर में 13 नागरिकों की मौत हो गयी और 59 लोग घायल हो गये.
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