87.91 प्रतिशत हुआ गणना फॉर्म का हुआ डिजिटाइज
कोलकाता. एसआइआर प्रक्रिया को सुचारू रखने के लिए राज्य के 12 बड़े जिलों में 12 आइएएस अधिकारियों को रोल ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया है. ये अधिकारी जिला स्तर पर चुनाव कार्यों की समीक्षा करेंगे और त्रुटियां मिलने पर उन्हें सुधारेंगे. सीईओ कार्यालय ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि यदि कोई राजनीतिक दल सीईओ से मुलाकात करना चाहता है, तो उसे पहले से अपॉइंटमेंट लेना होगा. नेशनल इलेक्शन कमीशन के अनुसार, जिन 12 राज्यों में एसआइआर चल रहा है, उनमें बड़े राज्यों के बीच पश्चिम बंगाल में गणना फॉर्म डिजिटाइजेशन का प्रतिशत सबसे अधिक है- 87.91 प्रतिशत. राज्य में छह करोड़ 73 लाख 68 हजार से अधिक मतदाताओं की जानकारी डिजिटाइज हो चुकी है. शनिवार अपराह्न तीन बजे तक कुल सात करोड़ 65 लाख 5 हजार 985 फॉर्म जमा हुए, जो 99.83 प्रतिशत है.
साथ ही फॉर्म छह, सात और आठ ऑनलाइन जमा करने के दौरान आधार-आधारित ई-सिग्नेचर अनिवार्य कर दिया गया है. जिलेवार आंकड़ों में दक्षिण 24 परगना में 84 प्रतिशत और उत्तर 24 परगना में 79 प्रतिशत डेटा डिजिटाइज हुआ है, जबकि कोलकाता उत्तर और दक्षिण में यह दर क्रमशः 61 और 65 प्रतिशत है.
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