कोलकाता. इस साल बेलियाघाटा गांधी मठ मित्र मंडली दुर्गा पूजा कमेटी 52वें वर्ष में प्रवेश कर रही है. इस बार पूजा पंडाल में महात्मा गांधी के कोलकाता आवास की ऐतिहासिक घटनाएं दिखायी जायेंगी. ‘शिरोनाम’ थीम पर आधारित पूजा पंडाल में 1905 में बंगाल का विभाजन और 1947 में देश के विभाजन से जुड़ीं घटनाओं की हेडलाइंस दिखायी जायेंगी. इस विषय में पूजा कमेटी के कलाकार असीम पाल और संयोजक प्रसन्नजीत दे ने बताया कि बेलियाघाटा में गांधी जी रहे थे. उस इतिहास को रीकॉल करने के लिए उस समय के संवाद-पत्रों की हेडलाइंस को क्रिएटिव तरीके से सजाकर पंडाल बनाया गया है. इतिहास के पन्नों में जो लिखा है और पाठ्यक्रम में जो पढ़ाया जाता है, उसके अलावा, इन दोनों घटनाओं का शोधित और मूल इतिहास हमारे लिए अज्ञात और मायावी है. कलाकार और उनकी शोध टीम ने भारतीय राष्ट्रीय पुस्तकालय, बंगाली साहित्य परिषद, ब्रिटिश लाइब्रेरी, हीडलबर्ग लाइब्रेरी, सामाजिक विज्ञान अध्ययन केंद्र, कोलकाता पुरातत्व संग्रहालय और उस समय के विभिन्न समाचार पत्रों के डिजिटल अभिलेखागार से अज्ञात इतिहास खोज कर इसमें संजोने की कोशिश की है. ब्रेकिंग न्यूज और चटपटी खबरों के युग में कलाकार के इस शोध का मुख्य उद्देश्य बंगालियों के सबसे बड़े त्योहार के मंच पर बंगाल की वर्तमान और भावी पीढ़ियों को बंगाल विभाजन और देश के विभाजन की वास्तविक तस्वीर दिखाना और समझाना है.
शीर्षक शब्द वास्तव में हजारों निहित शीर्षकों का एक व्यंग्य है. उस समय के बंगाली अखबारों की सुर्खियां एक के बाद एक ऐतिहासिक दस्तावेज बन गयी थीं. बांग्ला जनसंचार माध्यमों ने एक नया अध्याय रच दिया था. वह सुर्खियां अब बेलियाघाटा गांधी मठ मित्र मंडली दुर्गा पूजा समिति मंडप में विशेष रूप में दिखायी देंगी.
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