कोलकाता. राज्य में तृणमूल कांग्रेस सरकार ने पश्चिम बंगाल की शिक्षा व्यवस्था को एक भयावह रसातल में धकेल दिया है. बंगाल में शिक्षा व्यवस्था स्तर गिरता ही जा रहा है. ऐसा ही आरोप भाजपा के आइटी सेल के प्रमुख व बंगाल भाजपा के सह प्रभारी अमित मालवीय ने लगाया है. मंगलवार को सोशल मीडिया ‘एक्स’ के माध्यम से श्री मालवीय ने कहा कि एसएससी-टीइटी घोटालों से लेकर ओबीसी सूची में हेराफेरी तक, राज्य के घृणित एजेंडे ने बंगाल की अगली पीढ़ी के भविष्य को अंधकारमय बना दिया है. कभी टैगोर के ज्ञान के श्रोत, विद्यासागर के समाज सुधारों और बोस की वैज्ञानिक दृष्टि से धन्य रहे इस बंगाल में, तृणमूल सरकार के भ्रष्ट शासन ने स्कूलों और विश्वविद्यालयों को बर्बाद कर दिया है.
श्री मालवीय ने एक आंकड़ा पेश करते हुए कहा कि बंगाल के 2,215 प्राथमिक विद्यालय या तो बिना किसी शिक्षक के या केवल एक शिक्षक के साथ चल रहे हैं. इनमें पुरुलिया के 372, बांकुड़ा के 371, पश्चिम मेदिनीपुर के 227, पूर्व बर्दवान के 178 और बीरभूम के 156 विद्यालय शामिल हैं, जिससे बच्चों का भविष्य बिना शिक्षा के ही बर्बाद हो रहा है. इसी प्रकार, विश्वविद्यालयों में छात्रों के दाखिले का आंकड़ा भी गिरता जा रहा है. उन्हाेंने आंकड़ा पेश कर दावा किया है कि बीरभूम विश्वविद्यालय में कुल 1,430 सीटों में से 11 प्रतिशत अर्थात 166 छात्रों ने दाखिला लिया है.
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