संवाददाता, कोलकाता
राज्य सरकार ने सब्जी के भंडार को बढ़ाने के अपने अभियान के तहत बड़ी क्षमता वाली आठ नयी प्याज भंडारण इकाइयां स्थापित की हैं. इस संबंध में कृषि विपणन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा : हमने पहले ही लगभग 25 टन की क्षमता वाली 1,400 छोटी प्याज भंडारण इकाइयां स्थापित की हैं. पहली बार, हमने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 40 टन की बड़ी क्षमता वाली आठ नयी भंडारण इकाइयां स्थापित की हैं. अगर यह पहल सफल साबित होती है, तो हम जल्द ही ऐसी और इकाइयां स्थापित करेंगे. उन्होंने बताया कि राज्य के उत्पादन और मांग के बीच का अंतर होने की वजह से बंगाल में महाराष्ट्र के नासिक के साथ-साथ कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, राजस्थान और बिहार से प्याज मंगाना पड़ता था. बताया गया है कि प्याज भंडारण सुविधाओं की संख्या बढ़ाना सरकार के लिए एक आवश्यकता बन गयी थी. उन्होंने बताया कि हुगली के बालागढ़ और पोलबा, पूर्व बर्दवान के कालना और पूर्वस्थली, मुर्शिदाबाद के नावदा और सागरदिघी, नादिया के हांसखाली और मालदा के गाजोल में नये भंडारण स्थापित किये गये हैं. अधिकारी ने बताया कि भंडारण सुविधाओं की कमी के कारण, बंगाल के प्याज किसान अक्सर उपज के खराब होने के नुकसान से बचने के लिए अपनी फसल दूसरे राज्यों में बेचने के लिए मजबूर होते हैं. इन नवनिर्मित इकाइयों में प्याज का भंडारण करने से उन्हें प्याज को लगभग आठ महीने तक सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी और संकट के समय आपूर्ति की कमी को कम किया जा सकेगा.
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