दीघा. अंतरराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने बुधवार को बांग्लादेश उच्च न्यायालय द्वारा हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास को जमानत दिये जाने के फैसले का स्वागत किया. चिन्मय दास को पड़ोसी देश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और पांच महीने बाद उन्हें जमानत दी गयी. इस्कॉन के पदाधिकारी, पश्चिम बंगाल के दीघा में नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन के बाद संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे. राधारामण दास ने कहा, “यह बहुत अच्छी खबर है और हम इसका स्वागत करते हैं. हमने बुधवार सुबह उनके (चिन्मय दास के) लिए प्रार्थना की थी. फिर अपराह्न करीब तीन बजे हमें पता चला कि उन्हें जमानत मिल गयी है. यह भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद के कारण है.” बांग्लादेश के चटगांव की कोतवाली पुलिस ने 31 अक्टूबर को दास और 18 अन्य पर बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया था. इस्कॉन के पूर्व नेता दास को 25 नवंबर को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था. राधारमण दास ने कहा कि हमने बांग्लादेश में रहनेवाले हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए भी प्रार्थना की.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है