फाइनल परीक्षा निकट, विशेषज्ञ शिक्षण के अभाव में बच्चों का भविष्य खतरे में
कोलकाता. दक्षिण 24 परगना जिले में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (एसआइआर) प्रक्रिया के लिए कई प्राथमिक स्कूलों के सभी शिक्षकों को बूथ-स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) के रूप में चुनावी कार्य में तैनात कर दिया गया है. इसी कारण मौसूनी द्वीप स्थित कुसुमतला पश्चिम अवैतनिक प्राथमिक विद्यालय में नियमित पढ़ाई ठप हो गयी है. स्कूल के तीनों शिक्षक इन दिनों एसआइआर के काम में लगे हुए हैं. स्कूल बंद नहीं किया जा सकता, इसलिए मिड-डे-मील की रसोइया अनुमति मंडल ने बच्चों की उपस्थिति बनाये रखने के लिए अस्थायी तौर पर पढ़ाने की जिम्मेदारी संभाल ली है. अनुमति मंडल का कहना है कि प्रधानाचार्य ने निर्देश दिया है कि स्कूल किसी भी हालत में बंद नहीं होगा. ऐसे में वह अपनी क्षमता भर बच्चों को पढ़ाने की कोशिश कर रही हैं. अभिभावक और ग्रामीण इस व्यवस्था को अपर्याप्त बताते हुए चिंतित हैं. उनका कहना है कि रसोइया का सहयोग सराहनीय है, लेकिन विशेषज्ञ शिक्षण, पाठ्यक्रम की गति और परीक्षा की तैयारी के लिहाज से बच्चे गंभीर नुकसान झेल रहे हैं. अभिभावक प्रतिमा मंडल ने कहा कि फाइनल परीक्षा करीब है और शिक्षकों की गैरहाजिरी बच्चों के भविष्य को प्रभावित कर सकती है. स्थानीय शिक्षा अधिकारियों ने माना कि एसआइआर एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक प्रक्रिया है, लेकिन यह भी जरूरी है कि स्कूलों की शैक्षणिक गतिविधियां बाधित न हों. अधिकारियों के अनुसार, संसाधन शिक्षक या अस्थायी नियुक्ति जैसी वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है, हालांकि अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
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