कोलकाता/श्रीनगर. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग की और कहा कि स्थानीय सरकार को पूर्ण अधिकार दिए जाने चाहिए. टीएमसी के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को श्रीनगर पहुंचने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से उनके आवास पर मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल में शामिल तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य सागरिका घोष ने कहा कि हमारा मानना है कि राज्य का दर्जा जम्मू-कश्मीर के लोगों की वैध आकांक्षा है. हमारा दृढ़ विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा पूरी तरह बहाल किया जाना चाहिए. टीएमसी नेता ने यह भी दोहराया कि तृणमूल संघवाद के सिद्धांत में विश्वास करती है. संघीय सिद्धांत हमारे संविधान में निहित है और इसलिए एक निर्वाचित सरकार को सशक्त बनाना हमारे लिए आस्था का विषय है और लोगों की वैध आकांक्षा है. हम जम्मू-कश्मीर की निर्वाचित सरकार का पूरा समर्थन करते हैं और हमारा मानना है कि जम्मू-कश्मीर की निर्वाचित सरकार को कश्मीर के लोगों के कल्याण और खुशहाली के लिए सशक्त होना चाहिए. घोष ने बताया कि तृणमूल का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री अब्दुल्ला के साथ 90 मिनट तक रहा. अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में तृणमूल प्रतिनिधिमंडल भेजने के लिए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को धन्यवाद दिया है. बैठक के बारे में उन्होंने कहा कि हमारी बैठक बहुत अच्छी रही. उन्होंने (मुख्यमंत्री अब्दुल्ला) हमें विस्तार से बताया कि सीमावर्ती गांवों – पुंछ, राजौरी और उरी में लोगों की क्या समस्याएं हैं. पहलगाम (आतंकवादी हमला) की तुलना में पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से की गई गोलाबारी में अधिक लोग मारे गये हैं. तृणमूल प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित लोगों से मिलने के लिए उसी दिन पुंछ पहुंचा और उनसे बात की.
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