कोलकाता. वक्फ कानून के खिलाफ राज्य में मुर्शिदाबाद, मालदा व दक्षिण 24 परगना सहित अन्य जिलों में हुई हिंसा की घटना पर केंद्र सरकार ने चिंता जाहिर की है. साथ ही हिंसा की वजह से जान-माल को हुए नुकसान व रेलवे की संपत्तियों में तोड़फोड़ की घटना पर राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है. बताया गया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिंसा की घटनाओं के बाद मुर्शिदाबाद के तीन सीमावर्ती क्षेत्रों को लेकर चिंता व्यक्त की है, जहां केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात किया है. वहीं, इस घटना को लेकर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने प्राथमिक रिपोर्ट पेश की है, जिसमें कहा गया है कि राज्य सरकार घुसपैठियों पर नजर रखने में विफल रही है. अब केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल सरकार से जान-माल की सुरक्षा करने में विफलता, रेलवे के बुनियादी ढांचे पर कथित हमले और अशांति के शुरुआती चरण के दौरान पुलिस की स्पष्ट निष्क्रियता पर विस्तृत स्पष्टीकरण मांगा है. केंद्र सरकार लगातार बंगाल हिंसा के हालात का आकलन कर रहा है और इसी तरीके से केंद्रीय एजेंसी से नियमित अंतराल पर अपनी रिपोर्ट मांग रहा है. इसके अलावा केंद्र सरकार लगातार राज्य सरकार के भी संपर्क में है और हालात पर नजर बनाए हुए है. गृह सचिव बंगाल की स्थिति पर नजर रख रहे हैं. गौरतलब रहे कि कलकत्ता हाइकोर्ट ने भी स्थिति से निपटने के पश्चिम बंगाल सरकार के तरीके की आलोचना की और कहा कि केंद्रीय बलों की पहले से तैनाती से हिंसा को रोका जा सकता था. इसके बाद कोर्ट ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए तत्काल केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया. बता दें कि बंगाल में 80 हजार से अधिक वक्फ संपत्तियां हैं. उत्तर प्रदेश के बाद वक्फ संपत्तियों के मामले में पश्चिम बंगाल दूसरे नंबर पर आता है. यूपी में 2.2 लाख वक्फ संपत्तियां हैं. दरअसल, इस महीने संसद में वक्फ अधिनियम पास होने के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए हैं. उल्लेखनीय रहे कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ मुर्शिदाबाद में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन में पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत हो गयी,जबकि कई अन्य घायल हो गये. अशांति के कारण कई हिंदू परिवार भी विस्थापित हो गये, जिनमें से कई कथित तौर पर मालदा भाग गये हैं. इससे सीमा पर फिर से घुसपैठ और सांप्रदायिक अशांति की आशंका बढ़ गयी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में भड़की हिंसक झड़पों की प्रारंभिक जांच के बारे में सूचित किया गया है, जिसमें कथित तौर पर बांग्लादेशी उपद्रवियों की संलिप्तता होने की आशंका है. ये जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आयी है. दरअसल, मुर्शिदाबाद के सुती, धूलियान और जंगीपुर इलाकों में हिंसा हुई थी. ये हिंसा संशोधित वक्फ कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के बीच 12 और 13 अप्रैल को हुई थी. सूत्रों का कहना है कि हिंसा पर गृह मंत्रालय को केंद्रीय एजेंसियों की ओर से शुरुआती जानकारी जो मिली है उसमें बांग्लादेशी घुसपैठियों की हिंसा में भूमिका की आशंका जतायी गयी है. वहीं, अवैध तरीके से दाखिल हुए बांग्लादेशियों की वजह से कुछ परिवार मुर्शिदाबाद से मालदा को पलायन करने को मजबूर हैं. वहीं, राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि पश्चिम बंगाल में नये वक्फ कानून को लागू नहीं किया जायेगा.
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