दुर्गापुर.
निजी मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ हुई घटना के विरोध में भाजपा की ओर से सिटी सेंटर स्थित एडीडीए कार्यालय में धरना प्रदर्शन सोमवार से शुरू हुआ. पहले दिन मंच पर आंदोलन को समर्थन देने के लिए राज्य के विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी पहुंचे. इससे पहले ही पुलिस ने सभा को बिना अनुमति के आयोजित करने पर लाउडस्पीकर और माइक बंद करने का आदेश दे दिया, जिससे भाजपा समर्थक भड़क उठे और पुलिस के साथ बहस शुरू हो गई. कुछ देर बाद, शुभेंदु अधिकारी का काफिला मंच पर पहुंचा और सभा शुरू कराई. सभा में पुरुलिया के पूर्व सांसद ज्योतिर्मय महतो, राज्य नेता जगन्नाथ चटर्जी, विधायक लखन घोरुई समेत कई जिला नेता मौजूद रहे. सभी वक्ताओं ने राज्य में नारी सुरक्षा की कमी और सरकार की जवाबदेही पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री को निशाना बनाया. शुभेंदु अधिकारी ने पीड़िता के पिता से भेंट की ः सभा के बाद श्री अधिकारी पीड़िता के पिता से स्टील टाउनशिप में मिले और स्थिति की जानकारी ली. पिता ने अपनी बेटी को पढ़ाई के लिए उड़ीसा ले जाने की इच्छा जताई. शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि जो काम मुख्यमंत्री को करना चाहिए था, वह विपक्ष को करना पड़ा. उन्होंने कहा कि राज्य की महिलाएं और बेटियां तब तक सुरक्षित नहीं हैं जब तक वर्तमान मुख्यमंत्री पद पर हैं और जनता को उन्हें जल्दी से जल्दी हटाना होगा. शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि निजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में तृणमूल के गुंडे सक्रिय हैं और संस्थान का संचालन मालिक के भतीजे द्वारा किया जा रहा है, जबकि मालिक कॉलेज को बेचकर बाहर जाने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन ने चिकित्सकों से मुलाकात की अनुमति नहीं दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

