कोलकाता.
राज्य में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) को लेकर राजनीतिक टकराव लगातार बढ़ रहा है. मंगलवार को राज्य के पुस्तकालय मंत्री व जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रदेश अध्यक्ष सिद्दीकुल्ला चौधरी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि वैध मतदाताओं का नाम सूची से हटाना आग से खेलने के बराबर होगा और इसे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. मंगलवार को वह यहां कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान अपना वक्तव्य रख रहे थे. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग खुद स्वीकार कर चुका है कि करीब पौने तीन करोड़ फॉर्म जमा हो चुके हैं, फिर भी ड्राफ्ट सूची तैयार नहीं हो रही है. उन्होंने आयोग से रोजाना 30 से 40 लाख फॉर्म की प्रक्रिया पूरी करने का टाइमलाइन सार्वजनिक करने की मांग की. मंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ने पर रेल, बैंक या अन्य विभागों से अतिरिक्त कर्मी लेकर काम तेज किया जाये, ताकि किसी भी वैध मतदाता का नाम न छूटे. मंत्री ने आरोप लगाया कि आयोग के कामकाज में देरी और गड़बड़ी की वजह से लोगों में भय और अविश्वास बढ़ रहा है. चौधरी ने यह भी आरोप लगाया कि एसआइआर की प्रक्रिया की कथित गड़बड़ियों और दबाव की वजह से राज्य में कुछ लोगों की मौत की घटनाएं सामने आयीं हैं, जो चुनावी व्यवस्था के लिए चिंताजनक संकेत है. इसी दिन चौधरी व जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अन्य सदस्य यहां मुख्य चुनाव अधिकारी के कार्यालय भी पहुंचे और अलग-अलग मुद्दों को लेकर अधिकारियों से बात की.इसी दिन चौधरी व जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अन्य सदस्य यहां मुख्य चुनाव अधिकारी के कार्यालय भी पहुंचे और अलग-अलग मुद्दों को लेकर अधिकारियों से बात की.
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