पार्टी ने कार्यकर्ताओं को लिखा खुला पत्र
कोलकाता. राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में अपनी स्थिति फिर से हासिल करने के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में शिक्षा की वैकल्पिक सुविधा के रूप में कोचिंग केंद्रों और स्वास्थ्य केंद्रों को स्थापित करने का आह्वान किया है. पार्टी अधिकारियों द्वारा अपने कार्यकर्ताओं को लिखे गये पत्र में आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों के लिए ‘कोचिंग केंद्र’ स्थापित करने का आह्वान किया गया व राज्य के प्रत्येक जिले में ऐसे दो शिक्षा केंद्र खोलने का लक्ष्य तय किया गया है.
इसमें कहा गया है कि इस उद्देश्य के लिए कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के शिक्षकों और छात्रों को लगाया जा सकता है. पत्र में कहा गया है : स्कूली शिक्षा पाठ्यक्रम के अनुरूप ये वैकल्पिक शिक्षा केंद्रों के रूप में कार्य कर सकते हैं. साथ ही कहा गया है कि अगस्त तक इन सुविधाओं की स्थापना में महत्वपूर्ण प्रगति होनी चाहिए.
इसमें कहा गया कि वैकल्पिक स्वास्थ्य सुविधाएं, उचित मूल्य पर चिकित्सा सहायता और दवाएं उपलब्ध कराना वर्तमान में एक महत्वपूर्ण कार्य है और वाम दल की प्रत्येक क्षेत्र समिति में ऐसी सुविधाएं स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है.
माकपा के पत्र में यह भी कहा गया है कि पार्टी के ””””रेड वाॅलंटियर्स”””” के अलावा चिकित्सकों, नर्सों, मेडिकल प्रतिनिधियों के संगठनों को अगस्त तक पूरे राज्य में ऐसे वैकल्पिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने के लिए मिलकर काम करना होगा.
”रेड वाॅलंटियर्स” वामपंथी दलों द्वारा समर्थित एक संगठन के सदस्य हैं, जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान और बाद में अन्य संकटों के दौरान लोगों को दवा और भोजन उपलब्ध कराने में मदद की.
राज्य में 2021 के विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाने वाली माकपा यहां के राजनीतिक परिदृश्य में अपनी खोई साख और अहमियत को फिर से हासिल करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. माकपा ने अपने नेताओं से बंगाल के हर जिले में पार्टी के स्कूल स्थापित करने में तेजी लाने का भी आग्रह किया है, ताकि उसके कार्यकर्ताओं को वैचारिक और राजनीतिक शिक्षा दी जा सके.
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