कोलकाता. पार्क स्ट्रीट इलाके में पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प के बाद पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनसे दुर्व्यवहार किया और उनपर बल प्रयोग किया गया, जिसमें उनके सिर पर चोट आयी. उनका यह भी आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनकी शाखा (विवाहित बंगाली महिलाओं द्वारा पहनी जाने वाली शंख की बनी पारंपरिक चूड़ियांं) तोड़ दी. उन्होंने कहा कि उनका परिवार पहले से ही मानसिक आघात झेल रहा है, और अब पुलिस ने शारीरिक चोट भी पहुंचायी. हालांकि, पुलिस ने इससे इनकार किया है. पार्क स्ट्रीट क्रॉसिंग पर रोके जाने के बाद वह और उनके पति करीब 20 समर्थकों के साथ रेसकोर्स मार्ग से नबान्न की ओर बढ़ने का प्रयास करते रहे, लेकिन वहां भी पुलिस ने रोक दिया. इसके बाद वे वहीं धरने पर बैठ गये. इसी दौरान पीड़िता की मां की तबीयत बिगड़ गयी. उन्हें अस्पताल ले जाया गया. इसकी खबर मिलते ही विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी अस्पताल पहुंचे. वहीं, आरजी कर आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक, देवाशीष हालदार ने भी अस्पताल जाकर उनका हालचाल लिया.
प्रदर्शन के दौरान पीड़िता के पिता ने बैरिकेड के पास खड़े होकर पुलिस से सवाल किया, ‘हमें हाइकोर्ट ने अनुमति दी है, फिर आप हमें क्यों रोक रहे हैं? हम शांतिपूर्वक जा रहे हैं, हमें जाने दीजिए.’ लेकिन पुलिस की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला. निराश होकर वह और उनकी पत्नी वहीं सड़क पर बैठ गये थे. साथ में कुछ प्रदर्शनकारी भी उनके साथ धरने में शामिल हो गये.
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