संवाददाता, कोलकाता
राज्य के तीन जिलों के होटलों में बांग्लादेशियों के लिए नो एंट्री का नोटिस लगा दिया गया है. यहां होटल मालिकों ने भारत के खिलाफ नफरत फैलाने व अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ यह फैसला लिया है. इस बारे में होटलों में नोटिस लगाये जा रहे हैं. कुछ होटल मालिकों का कहना है कि भारत ने अपना वीजा केंद्र बंद कर दिया है. ऐसे में बांग्लादेशी नागरिकों को यहां ठहरने कैसे दिया जा सकता है. इससे समस्या पैदा हो सकती है. ज्यादातर होटल मालिकों का कहना है कि वहां के जो हालात हैं, उसके विरोध में यह फैसला लिया गया है.गौरतलब है कि सिलीगुड़ी होटल ओनर्स एसोसिएशन ने नवंबर 2024 में फैसला किया था कि बांग्लादेशी नागरिकों को उनके अधिकार क्षेत्र के होटलों में जगह नहीं दी जायेगी. लेकिन कई वजहों से छूट दी जा रही थी. अगर कोई मेडिकल वजहों से इस राज्य में आता था, तो उसे होटल में जगह मिल जाती थी. इसके अलावा छात्रों को भी कमरा दिया जाता था. लेकिन अब फैसला लिया गया है कि किसी भी बांग्लादेशी को होटल में ठहरने के लिए जगह नहीं दी जायेगी.
भाजपा ने किया फैसले का स्वागत
होटल एसोसिएशन के इस फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा ने कहा कि यह नियम पूरे राज्य में तुरंत लागू करना चाहिए. राज्य सरकार ने कहा- केंद्र का निर्देश मानेंगे : वहीं, सत्ताधारी तृणमूल पार्टी ने कहा कि होटल मालिकों ने अपने तरीके से अपना फैसला सुनाया है. विदेश मामलों पर केंद्र का फैसला आखिरी होता है. अगर केंद्र सरकार इस मामले पर कोई रुख या निर्देश देती है, तो राज्य सरकार भी उसे मानेगी.मालदा के होटलों ने बांग्लादेशियों के लिए पहले ही बंद कर दिये थे दरवाजे
गुरुवार को यह खबर आयी थी कि मालदा में होटलों के दरवाजे बांग्लादेशियों के लिए बंद कर दिये गये हैं. मेडिकल या स्टूडेंट वीजा पर बंगाल आने वाले कई बांग्लादेशी मालदा के होटलों में रुकते थे. लेकिन वहां के हालात को देखते हुए मालदा होटल ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्णेंदु चौधरी ने कहा कि अब से किसी भी बांग्लादेशी को जिले के होटलों में जगह नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि वहां से पासपोर्ट और वीजा जारी नहीं हो रहे हैं, इसलिए हमने होटलों में कमरे देना भी बंद कर दिया है. वहीं, कूचबिहार होटल ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भूषण सिंह ने शुक्रवार को बताया कि उनके जिले में भी अब कोई होटल बांग्लादेशियों को ठहरने के लिए जगह नहीं देगा. बांग्लादेश में भारत विरोधी टिप्पणी व हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के कारण यह फैसला लिया गया है. उन्होंने बताया कि होटल मालिकों के साथ बातचीत करने के बाद ही यह फैसला लिया गया. साथ ही सिलीगुड़ी के होटलों में भी नोटिस लगा कर यह जानकारी दी गयी है कि बांग्लादेशियों के लिए यहां कोई जगह नहीं है. सिलीगुड़ी होटल ओनर्स एसोसिएशन के संयोजक उज्ज्वल घोष ने कहा कि भारत सरकार ने बांग्लादेश में कई वीजा सेंटर अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है. हमने भी एकमत होकर बांग्लादेशियों की एंट्री पर बैन लगा दी है. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी में एसोसिएशन के अंतर्गत 180 होटल हैं. यह नियम सभी होटलों में जारी किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

