कोलकाता. कलकत्ता यूनिवर्सिटी (सीयू) ने साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज की गवर्निंग बॉडी में दो नये सदस्य नियुक्त किये हैं. यह फैसला कॉलेज में 25 जून को एक 24 वर्षीय छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद लिया गया है. यूनिवर्सिटी ने कॉलेज के कामकाज के माहौल में सुधार लाने के लिए यह कदम उठाया है. यूनिवर्सिटी ने वाणिज्य विभाग की प्रमुख तनुपा चक्रवर्ती और अर्थशास्त्र विभाग के प्रमुख कौशिक गुप्ता को गवर्निंग बॉडी में शामिल किया है. इन दोनों ने यशवंती श्रीमनी और सिब्रंजन चटर्जी का स्थान लिया है. यूनिवर्सिटी की कार्यवाहक कुलपति शांता दत्ता दे ने बताया कि श्रीमनी और चटर्जी को इसलिए हटाया गया, क्योंकि यूनिवर्सिटी द्वारा मनोनीत सदस्य होने के बावजूद उन्होंने मनोजित मिश्रा की अस्थायी कर्मचारी के रूप में नियुक्ति का विरोध नहीं किया. मनोजित मिश्रा, कॉलेज में हुए सामूहिक दुष्कर्म का मुख्य आरोपी है. रिपोर्ट्स के अनुसार, साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में अयोग्य छात्रों को पैसे लेकर दाखिला देने के आरोप भी लगे हैं. कई छात्रों ने आरोप लगाया है कि मिश्रा प्रवेश प्रक्रिया को नियंत्रित करता था और गलत तरीके से दाखिले करवाता था. इस मामले की जांच के लिए गठित सीयू की निरीक्षण टीम अगले हफ्ते कॉलेज का दौरा करेगी. यह टीम कॉलेज के दाखिला रिकॉर्ड का यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड से मिलान करेगी. नये सदस्य यह सुनिश्चित करेंगे कि कॉलेज की निर्णय प्रक्रिया में पारदर्शिता हो और परिसर का माहौल शांत रहे. गौरतलब रहे कि एक छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के मामला में टीएमसीपी इकाई के पूर्व अध्यक्ष मनोजित मिश्रा, दूसरे वर्ष के दो छात्र प्रमित मुखर्जी, जैब अहमद और एक सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी को गिरफ्तार किया गया है.
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