संवाददाता, कोलकाता
दक्षिण 24 परगना के महेशतला स्थित एक जींस फैक्ट्री से लापता हुआ किशोर 41 दिनों बाद अपने घर लौट आया है. इस किशोर को मोबाइल चोरी के आरोप में उल्टा लटकाकर बिजली के झटके देने का आरोप लगा था, जिसके बाद वह अचानक गायब हो गया था. उसकी वापसी से परिवार में खुशी का माहौल है, हालांकि पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि वह इतने दिनों तक कहां था. यह 14 वर्षीय किशोर मुर्शिदाबाद के इस्लामपुर के छायघोरिया गांव का रहने वाला है. वह रोजी-रोटी कमाने के लिए अपने बड़े भाई के साथ संतोषपुर के रवींद्रनगर थाना क्षेत्र स्थित एक जींस कारखाने में काम करने आया था. यहीं पर मोबाइल चोरी के शक में उसे अमानवीय यातनाएं दी गयीं और बेरहमी से प्रताड़ित किया गया. इस घटना के मुख्य आरोपी शहंशाह को पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार भी कर लिया था, लेकिन किशोर तभी से लापता था. उसकी हत्या की आशंका भी जतायी जा रही थी. बुधवार शाम को वह अचानक अपने गांव घर पहुंचा, जिसे देखकर परिवार के लोग भावुक हो गये. हालांकि, परिवार का दावा है कि वह खुद ही वापस लौटा है, लेकिन किशोर ने अभी तक यह नहीं बताया है कि वह इतने दिनों तक कहां था और क्या कर रहा था.
उसके एक रिश्तेदार ने दावा किया है कि किशोर आकड़ा में ही था और किसी ने उसे घर में बंद कर रखा था व उससे घर का काम करवा रहा था. वह किसी तरह वहां से भाग निकला, लेकिन वह यह नहीं बता पा रहा है कि उसे किस मोहल्ले या गांव में नजरबंद रखा गया था. किशोर के घर लौटने की खबर मिलते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और जानकारी मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची. नियम के अनुसार, उसे थाने ले जाया गया है. पुलिस किशोर से पूछताछ कर उसके 41 दिनों तक लापता रहने के रहस्य को सुलझाने में जुटी है.
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