बैरकपुर. एसआइआर प्रक्रिया के बीच उत्तर 24 परगना के नैहाटी में दो देशों- भारत और बांग्लादेश में वोटर कार्ड रखने के आरोप सामने आये हैं. सुभाषपल्ली के लिटन दास को बांग्लादेशी नागरिक बताते हुए दावा किया गया है कि उसके जैसे कई लोग मामुदपुर पंचायत इलाके में रहते हैं और दोहरी वोटर पहचान रखते हैं. स्थानीय निवासी निर्मल सरदार का कहना है कि लिटन कुछ साल पहले बांग्लादेश से आया था.
हालांकि लिटन दास इन आरोपों से इनकार किया. उसका कहना है कि उसके रिश्तेदार बांग्लादेश में रहते हैं, लेकिन उसे नहीं पता कि उसका नाम अब भी वहां की वोटर लिस्ट में है या नहीं. उसने बताया कि वह राजमिस्त्री का काम करता है और एसआइआर के गिनती फॉर्म भी जमा कर चुके हैं.
भाजपा नेता प्रियांगु पांडे ने आरोप लगाया कि लिटन दास के दोनों देशों में वोटर कार्ड हैं, जो गैर कानूनी है. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर बांग्लादेशियों को भारत में वोटर कार्ड उपलब्ध करवाने का आरोप लगाया और कहा कि यदि कोई व्यक्ति धार्मिक उत्पीड़न के कारण भारत आया है, तो उसे सीएए के तहत आवेदन करना चाहिए, अन्यथा ऐसे नाम वोटर सूची से हटाये जाने चाहिए.
वहीं, जगदल ब्लॉक तृणमूल के अध्यक्ष बलराम सांतरा ने कहा कि आरोप सच हैं या नहीं, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है, पर 2025 की मतदाता सूची में जिनका नाम है, उन्हें एन्यूमरेशन फॉर्म मिल रहा है. चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि एसआइआर का उद्देश्य ऐसे गैर-कानूनी वोटर्स की पहचान कर उन्हें सूची से बाहर करना है.
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