हिंसा के लिए माकपा ने भाजपा व तृणमूल को ठहराया जिम्मेदार कोलकाता. मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून को लेकर हुई हिंसा के लिए माकपा ने भाजपा व तृणमूल को जिम्मेदार ठहराया. माकपा के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम ने मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में भाजपा और तृणमूल पर आरोप लगाया कि वे धार्मिक ध्रुवीकरण के जरिए समाज को बांटने का प्रयास कर रही हैं. ये दोनों दल समाज को बांटकर राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं. माकपा ने मंगलवार को कलकत्ता हाइकोर्ट के न्यायाधीश की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग की है और कहा है कि सच्चाई सामने लाने के लिए स्वतंत्र जांच जरूरी है. सलीम ने कोलकाता स्थित माकपा कार्यालय में कहा कि मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में पुलिस की निष्क्रियता के आरोप सामने आये हैं. तीन लोगों की जान चली गयी, लेकिन पुलिस हालात पर काबू नहीं पा सकी. हम मांग करते हैं कि हाइकोर्ट के एक न्यायाधीश द्वारा इस पूरे मामले की न्यायिक जांच करायी जाए. यह भी बताया कि उन्होंने मंगलवार को वक्फ (संशोधन) कानून की संवैधानिक वैधता को चुनौती देते हुए हाइकोर्ट में एक याचिका दायर की है. यह मुद्दा दो धर्मों के बीच का नहीं है, बल्कि यह मुसलमानों के मूलभूत अधिकारों से जुड़ा है, जिन्हें इस कानून के जरिए छीना जा रहा है. माकपा नेता ने यह दावा भी किया कि हिंसा में मारे गये हरगोबिंद दास और उनके बेटे पूर्व में उनकी पार्टी के सदस्य रह चुके हैं. हालांकि उम्रदराज होने के कारण उन्होंने सक्रिय सदस्यता छोड़ दी थी.
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