कोलकाता.
राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले बुधवार को एक तरफ जहां उत्तर बंगाल में कांग्रेस के हेवीवेट नेता व पूर्व विधायक शंकर मालाकार ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का दामन थामा, दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मुर्शिदाबाद में तृणमूल में सेंध लगायी. तृणमूल नेता कार्तिक साहा 50 से अधिक कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ तृणमूल छोड़कर कांग्रेस में लौट आये. पांच बार के पूर्व कांग्रेस सांसद अधीर चौधरी की मौजूदगी में उन्होंने मुर्शिदाबाद में जिला पार्टी कार्यालय में कांग्रेस का झंडा थामा.वरिष्ठ नेता कार्तिक साहा पहले कांग्रेस में ही थे, लेकिन 2022 में वह कांग्रेस छोड़कर तृणमूल में शामिल हो गये थे. पार्टी बदलने से पहले वह शहर कांग्रेस के अध्यक्ष थे. पाला बदलने के बाद उन्हें शहर तृणमूल का उपाध्यक्ष पद दिया गया. इधर, कार्तिक साहा के अधीर का हाथ थामकर कांग्रेस में वापसी के बाद जिले के राजनीतिक हलकों में सरगर्मी बढ़ गयी है. वहीं, कांग्रेस में वापसी के मौके पर संवाददाताओं से बातचीत में कार्तिक साहा ने कहा कि 2022 में तृणमूल में शामिल होने के बाद नगर निगम बोर्ड के कार्यभार संभालने के बाद से उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा था. इसलिए वह अपने पुराने घर कांग्रेस में लौट आये हैं.उन्होंने कहा कि जिले में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे. मालूम हो कि मुर्शिदाबाद के बहरमपुर से लगातार पांच बार के सांसद रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में पूर्व क्रिकेटर व तृणमूल प्रत्याशी यूसुफ पठान से चुनाव हार गये थे. इसके बाद अधीर अब अगले साल विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुर्शिदाबाद में लगातार अपनी ताकत बढ़ाने में जुटे हैं.
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